महाभारत हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रंथों में से एक है। इसमें जीवन से जुड़ी समस्याओं का हल मिलता है। यह हमें धर्म, नीति और मर्यादा का पाठ पढ़ाती है।
महाभारत में जो धर्म का महत्व बताया गया है वह सामान्य बुद्धि से नहीं समझा जा सकता, इसके लिए गहन चिंतन की आवश्यकता होती है।
महाभारत को पांचवें वेद की उपाधि भी प्राप्त है, लेकिन महाभारत ग्रंथ को घर में रखने एवं पढ़ने की मनाही है।
महाभारत को घर में रखने या पढ़ने से घर में अशुभता आती है और नकारात्मकता का संचार होता है।
महाभारत को घर पर रखने से कलह उतपन्न होता है और परिवार के सदस्यों के बीच वाद विवाद जैसी घटनाएं बढ़ जाती हैं।
महाभारत में रिशतों को लेकर भी बहुत कुछ लिखा गया है। माना जाता है इससे वैवाहिक जीवन पर असर पड़ता है।
महाभारत घर में रखने से व्यक्ति अपने ही परिवार के खिलाफ होने लगता है और उसके अंदर असुरी प्रवृत्ति जन्म लेने लग जाती है।