तिलक को हिंदू धर्म का आधार माना गया है। तिलक भी कई प्रकार के लगाये जाते हैं। इन्हीं में से एक है वैष्णव तिलक।
वैष्णव तिलक का संबंध भगवान विष्णु से है इसलिए इसे वैष्णव तिलक कहा जाता है। इसे गुरूवार को लगाना फायदेमंद माना जाता है।
वैष्णव तिलक को माथे पर उल्टा त्रिकोण रूप में लगाया जाता है। इसे नाक के मध्य से लेकर माथे तक लगाया जाता है।
वैष्णव तिलक लगाने वालों पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है और श्रीकृष्ण का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
वैष्णव तिलक को लगाने से व्यक्ति में आध्यात्म का संचार होता है और नकारात्मकता दूर होती है।
वैष्णव तिलक लगाने से व्यक्ति को बिना दान के भी पुण्य प्राप्त होता है। यह भगवान से जुड़ने का एक अनोखा तरीका है।
माना जाता है कि वैष्णव तिलक लगाने से शरीर पर इसका प्रभाव पड़ता है। इसे लगाने से बुद्धि तीव्र होती है।
वैष्णव तिलक लगाने से व्यक्ति को गोलोक में श्री कृष्ण और राधा रानी के चरणों में स्थान प्राप्त होता है।
शास्त्रों के अनुसार वैष्णव तिलक लगाने पर हजार अश्वमेध और दस हजार राजसूय यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है।