ओम को सनातन धर्म में एक प्रभावशाली शब्द माना जाता है।
ओम का उच्चारण करते समय तीन अक्षरों की ध्वनि निकलती है। इन तीनों अक्षरों में त्रिवेदी यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है।
ओम को ब्रह्मांड की पहली ध्वनि भी कहा जाता है। इसके जाप से अनेक फायदे मिलते हैं।
ओम मंत्र का जाप करने से मानसिक चिंता और तनाव कम हो जाता है। मेडिटेशन के दौरान इस मंत्र का जाप करने से मन को शांति मिलती है।
ओम का जाप आध्यात्मिक विकास में मदद कर सकता है और व्यक्ति को अपने आध्यात्मिक परिपूर्णता की दिशा में आगे बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।
ओम का उच्चारण करने से जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पूरे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता हैं।
शुरुआत में ओम जाप को 108 बार करें। फिर धीरे धीरे आप इसे 200 -250 बार करें। मन चाहे जितनी बार भी कर सकते हैं।