जीवन में आपसी तालमेल ना बैठने के वजह से अक्सर वैवाहिक रिश्तो में दरार आती है l इसके लिए मनुष्य को चाहिए कि वह रामायण काल की निम्नलिखित बातों का अनुसरण करें l
पति-पत्नी को हर अनुकूल एवं प्रतिकूल परिस्थितियों में एक दूसरे का साथ देना चाहिए l
एक दूसरे के प्रति अपार प्रेम और समर्पण ही सच्चे वैवाहिक जीवन का आधार है l
पति की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी पत्नी के सम्मान और सुरक्षा को प्राथमिकता दें l
बिना कुछ कहे पति पत्नी को एक दूसरे की बातों और भावनाओं को समझ लेना चाहिए |
पति पत्नी को एक दूसरे को गलत काम करने से अवश्य रोकना चाहिए l गलत काम का बुरा नतीजा ही आता है यह बात भी हमें रामायण सिखाती है l
जीवन रूपी गाड़ी को चलाने के लिए पति और पत्नी का योगदान अहम भूमिका रखता है आपसी सामंजस्य