कलावे को हिंदू धर्म में रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। साथ ही इसे बहुत ही पवित्र माना गया है इसीलिए पूजा में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
बरगद के पेड़ में ब्रह्मा जी, श्रीहरि और शिव निवास करते हैं। बरगद के पेड़ की उम्र सबसे ज्यादा होती है, इसलिए इसे 'अक्षयवट' भी कहा जाता है।
महिलाएं बरगद के पेड़ की विधि-विधान के साथ पूजा करती हैं। साथ ही उसमें कलावा भी बांधती हैं। आइए जानते हैं इसमें कलावा बांधने से क्या लाभ मिलते हैं।
बरगद के पेड़ की पूजा करने के बाद उस पर कलावा बांधने से विवाहित महिलाओं के सुहाग की रक्षा होती है।
बरगद के पेड़ में कलावा बांधने से वैवाहिक जीवन भी खुशहाल बना रहता है। साथ ही इससे पति-पत्नी के संबंधों में मिठास घुलती है।
माना जाता है कि बरगद के पेड़ की पूजा करने के बाद उस पर कलावा बांधने से अकाल मृत्यु जैसे योग भी टल जाते हैं।
मान्यताओं के अनुसार बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से घर में सुख और समृद्धि आती है। साथ ही नकरात्मकता दूर होती है।