श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है। गीता में कही गई बातें आज भी जीवन में आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देती हैं।
माना जाता है कि जो भी व्यक्ति गीता की इन बातों का जीवन में अनुसरण कर लेता है, वह हर काम में जरूर विजय हासिल कर लेता है।
गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि मनुष्य जैसा कर्म करता है, उसे फल भी उसी के अनुरूप मिलता है। इसलिए व्यक्ति को अच्छे कर्म करते रहना चाहिए।
गीता में कहा गया है कि जो व्यक्ति अपने गुणों और कमियों को जान लेता है वह अपने व्यक्तित्व का निर्माण करके हर काम में सफलता प्राप्त कर सकता है।
गीता में कहा है कि जिस व्यक्ति ने अपने मन पर काबू पा लिया वह मन में पैदा होने वाली बेकार की चिंताओं और इच्छाओं से भी दूर रहता है।
गीता में श्रीकृष्ण ने बताया है कि क्रोध को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए। यदि गुस्सा आए तो स्वयं को शांत रखने का प्रयास करें।
गीता के अनुसार जो लोग संशय की स्थिति में रहते हैं, उनका भला नहीं हो सकता है। इसलिए जीवन में स्पष्ट नजरिया होना चाहिए।