हिंदू धर्म में भगवान शिव को देवों का देव कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि उन्हें सच्चे भाव से जल चढ़ाने मात्र से ही व्यक्ति के हर कष्ट दूर हो जाते हैं।
भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग, मोगरे का फूल, दूध आदि से अभिषेक करने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं और भक्त को वरदान देते हैं।
इसके साथ ही भगवान शिव को चंदन से तिलक लगाने के अलावा त्रिपुंड लगाना शुभ माना जाता है। माथे पर तीन लकीरें समानांतर खींचना त्रिपुंड कहलाता है।
महादेव की पूजा के समय उन्हें चंदन या फिर भस्म का त्रिपुंड लगाया जाता है। अधिकतर लोग सोचते हैं कि त्रिपुंड लगाने से महादेव प्रसन्न होते हैं।
भगवान शिव को विधिवत तरीके से त्रिपुंड लगाने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं। त्रिपुंड लगाने से 27 देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ऐसा करने से जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं। त्रिपुंड लगाने से बुरी शक्तियां दूर भागती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है।
महादेव को त्रिपुंड लगाने से चंद्र दोष से भी मुक्ति मिल जाती है। महादेव के आशीर्वाद से हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।