हिंदू धर्म में रूद्राक्ष का विशेष महत्व होता है। इस माला का उपयोग जप करने के लिए भी किया जाता है। यह माला शिव जी को बेहद प्रिय है।
ऐसा कहा जाता है कि रूद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। इस माला को पहनने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है और कष्ट दूर होते हैं।
अक्सर लोग रुद्राक्ष की माला को धारण करते हैं। इसको धारण करने से पहले शुद्ध कर लेना चाहिए। आइये जानते हैं रूद्राक्ष को किस मंत्र से सिद्ध करना चाहिए।
इसे सिद्ध करने से पहले शुद्ध करना जरूरी है। इसे जल में धोकर गंगाजल में डालकर खुले बर्तन में रख दें। इसे 24 घंटे के बाद धूप में सुखाएं
रूद्राक्ष को सिद्ध करने के लिए ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके बाद रूद्राक्ष प्रभावशाली हो जाता है।
कई बार व्यक्ति बिना मंत्रों के ही रूद्राक्ष को धारण कर लेते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। रूद्राक्ष को धारण करने से पहले ॐ हीं हुं नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
जो लोग रूद्राक्ष को सिद्ध करके उसकी माला पहनते हैं उनका मानसिक स्वास्थ बेहतर रहता है और सफलता के योग बनते हैं।
रूद्राक्ष की माला धारण करने के बाद धुम्रपान, अल्कोहल और मांसाहारी भोजन करने से परहेज करना चाहिए। इसको पहनकर सोना नहीं चाहिए।