शिवजी ने माता पार्वती माता को ऐसे चमत्कारिक रहस्य बताए थे, जिनको अगर जीवन में अपनाया जाए तो जीवन को सफल बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं वो बातें-
एक बार भगवान शिव ने माता पार्वती को बताया कि दुनिया में मान-सम्मान कमाना और हमेशा सत्य वचन बोलना सबसे बड़ा गुण है।
शिवजी ने पार्वती को बताया कि दुनिया में सबसे बड़ा पाप बेईमानी और धोखा करना है। इंसान को अपने कर्म सुधारने चाहिए और ईमानदार बने रहना चाहिए।
भगवान शिव ने मां पार्वती को बताया कि किसी को भी वाणी, कर्मों से और विचार के माध्यम से पाप नहीं करने चाहिए। विचारों और वाणी में अशुद्धता नहीं होनी चाहिए।
शिवजी ने पार्वती को बताया कि मानव को परिश्रम के साथ खुद का मूल्यांकन करना चाहिए। अपने कृत्यों और व्यवहार पर नजर रखनी चाहिए। अनैतिक कार्यों में लिप्त नहीं होना चाहिए।
जब आप मोह-माया के बंधन से मुक्त हो जाते हैं तो आपको अपनी जिंदगी में सफलता प्राप्त करने से कोई रोक नहीं हो सकता है।
शिवजी ने पार्वती मां को बताया कि मृगतृष्णा सभी कष्टों का एक मात्र उपाय है। मानव को एक के बाद दूसरी चीजों के पीछे भागने के बजाए ध्यान में मन लगाना चाहिए।