हिंदू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है। बिना आरती के पूजा को संपन्न नहीं माना जाता है। यह भगवान तक अपनी बात रखने का एक जरिया है।
पूजा में दिया जलाना बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। देवी देवताओं की आरती करते वक्त एक मुखी दीपक का उपयोग करना चाहिए।
मान्यताओं के अनुसार भगवान की आरती पूरे विधी विधान के साथ 5 बार करनी चाहिए। लेकिन आप सुबह और रात के समय भी आरती कर सकते हैं।
आरती करने के लिए आप तांबे, पीतल और चांदी का दीया इस्तेमाल कर सकते हैं। इन से आरती करना शुभ माना जाता है क्योंकि ये धातु पवित्र होती हैं।
आरती करने के लिए आप मिट्टी का दिया भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह काफी शुद्ध और पवित्र माना जाता है।
अगर आपके पास चांदी या पीतल का दिया नहीं है तो आप आटे के दीपक से भी आरती कर सकती हैं। इसके लिए दीपक पर शुद्ध जल का छिड़काव करें।
आरती करते समय कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। आरती करते समय कभी भी थाल को उलटा नहीं घुमाना चाहिए।