इस सिद्धि के जरिए हनुमान जी ने अपने शरीर को बहुत छोटा आकर देकर सुरसा नाम की राक्षसी के मुंह और लंका में प्रवेश किया था।
अणिमा सिद्धि
महिमा नाम की शक्ति की मदद से हनुमान जी अपने शरीर को विशालकाय बना लेते हैं और बड़े से बडे़ काम को चुटकियों में कर देते हैं।
महिमा सिद्धि
गरिमा सिद्धि के जरिये हनुमान जी अपने शरीर को पहाड़ जितना भारीबना लेते हैं। इसी शक्ति के जरिये उन्होंने भीम के अभिमान को दूर किया था।
गरिमा सिद्धि
इस सिद्धि के जरिये हनुमान जी अपने शरीर को हवा से भी ज्यादा हल्का कर लेते हैं। इसका प्रयोग लंका में राक्षसों और रावण से बचने के लिए किया था।
लघिमा सिद्धि
इस सिद्धि के जरिये हनुमान जी भविष्य में झांक कर आने वाली घटनाओं को देख सकते हैं और पशु-पक्षियों की भाषा को समझ सकते हैं।
प्राप्ति सिद्धि
इस सिद्धि के जरिये हनुमान जी कभी भी कोई भी स्वरूप को धारण कर चिरकाल तक अपने भक्तों के बीच रह सकते हैं।
प्राकाम्य सिद्धि
इसी सिद्धि के जरिये हनुमान जी ने पूरी वानर सेना का कुशल नेतृत्व किया और प्रभु श्री राम के लंका विजय में मददगार बने।
ईशित्व सिद्धि
इस सिद्धि के माध्यम से हनुमान जी तमाम तरह के छल, प्रपंच, माया आदि पर काबू पाते हुए अपनी इंद्रियों को वश में रखते हैं।
वशित्व सिद्धि