कितने पढ़े लिखे हैं  डॉ. विकास दिव्यकीर्ति? जानिये उनके जीवन की ये बातें

By Bharti Sharma

शिक्षा क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले डॉ. विकास दिव्यकीर्ति को भला कोई भी ऐसा युवा नहीं होगा, जो नहीं जानता होगा। आइये जानते हैं डॉ विकास दिव्यकीर्ति का जीवन परिचय

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति को कोई भी ऐसा स्टूडेंट नहीं होगा, जो उन्हें जानता नहीं होगा। यह एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने हिंदी मीडियम के छात्रों के लिए काफी लड़ाई लड़ी है।

डॉ. दिव्यकीर्ति दृष्टि आईएएस कोचिंग इंस्टिट्यूट के संस्थापक हैं। इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साहित्य में एमए, एमफिल और पीएचडी की है। इसके अलावा यह दिल्ली विश्वविद्यालय और भारतीय विद्याभवन से अंग्रेजी से हिंदी में पोस्ट ग्रेजुएट भी है।

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति एक पूर्व भारतीय सिविल सेवक, शिक्षण लेखक, व्याख्याता यूट्यूब और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। उनका जन्म 26 दिसंबर 1973 को हुआ था।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति के अद्वितीय शिक्षण शैली के स्टूडेंट्स कायल है। उनका सेंस ऑफ ह्यूमर, सरल व्यक्तित्व, अनूठी शैली, शांत स्वभाव और हिंदी भाषी छात्रों के लिए उनका प्यार और समर्थन से उनकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।

वह किसी भी विषय के बारे में बिल्कुल जीरों से पढाना शुरू करते हैं और जब तक वह बताते हैं, जब तक उनकी पूरी जानकारी विद्यार्थियों को मिल नहीं जाती।

1990 के दशक में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। विकास दिव्यकीर्ति ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की। उन्होंने देश भर में 348वीं रैंक प्राप्त की। सिविल सेवा में नौकरी करते हुए उन्हें लगा कि उनका असली जुनून शिक्षण में है।

डॉ. विकास दिव्यकृति की जीवनी एक प्रेरणा का स्रोत है, जो यह दिखाती है कि समर्पण, मेहनत और सही दिशा में किए गए प्रयास कैसे किसी व्यक्ति को ऊँचाइयों पर पहुँचा सकते हैं।