जो दूसरों से ईर्ष्या करता है, वह सारे भौतिक सुख पाकर भी मानसिक शांति नहीं पा सकता।
कुछ देने के लिए दिल बड़ा होना चाहिए, हैसियत नहीं।
परोपकार करना, दूसरों की सेवा करना और उसमें जरा भी अहंकार न करना, यही सच्ची शिक्षा है।
कभी भी अपनी तुलना किसी से ना करें, सबका जीवन अलग है, कठिनाइयां अलग हैं, राह अलग हैं।
दूसरों की बुराई की वजह से अपने अंदर की अच्छाई को ख़त्म मत करो।
जिस दिन आप बुरे विचारों के ऊपर अच्छे विचारो को रख देंगे, उस दिन आपका जीवन और भी बेहतरीन हो जाएगा।
सफलता प्राप्त करना बड़ी बात नहीं है, पर सफलता को संभाले रखना बड़ी बात है।
साहस का अर्थ यह नहीं होता कि आप डरते नहीं है। साहस का अर्थ यह होता है कि, आप डर की वजह से रुकते नहीं है।