हिंदू धर्म में भगवान की पूजा पाठ के दौरान दीपक जलाना शुभ माना जाता है। आइये जानते हैं दीपक जलाने के सही तरीकों के बारे में।
पूजा में घी का दीपक अपने बाएं हाथ की ओर जलाना चाहिए। तेल का दीपक दाएं हाथ की ओर रखना चाहिए।
घी के दीपक के लिए सफेद रुई की बत्ती और तेल के दीपक के लिए लाल धागे की बत्ती का उपयोग करना चाहिए।
पूजन में कभी भी खंडित दीपक नहीं जलाना चाहिए। धार्मिक कार्यों में खंडित सामग्री शुभ नहीं मानी जाती है।
दीपक जलाते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए- मंत्र- शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।।
सुबह 5 बजे से लेकर 10 बजे तक और शाम में 5 बजे से 7 बजे के बीच में ही दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
घी या तेल के दीपक को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप दीपक को इसी दिशा में रखें।
पूजा घर में तेल या घी का दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि मनोकामना की पूर्ति के लिए लंबी बाती का ही उपयोग करें।
घर में पूजा करते समय दीपक को बार-बार भूलकर भी नहीं बदलना चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है।