हिंदू धर्म में जितना महत्व तुलसी के पौधे का है उतना ही उसकी माला का भी है। इसको धारण करने के बाद इन नियमों का पालन करना चाहिए।
तुलसी की माला धारण करने के पहले उसका शुद्धीकरण बेहद जरुरी है। माला धारण करने से पहले उसे अच्छी तरह गंगाजल से धो लें।
तुलसी की माला धारण करने के बाद उसे बार-बार भूलकर भी नहीं उतारना चाहिए। ऐसा करने से अच्छे फल की प्राप्ति हो पाना मुश्किल है।
तुलसी की माला धारण करने के बाद भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
तुलसी की माला को गले में धारण करने के साथ-साथ दाएं हाथ में भी पहन सकते हैं। लेकिन नित्य क्रिया करते समय इसे निकाल कर रख दें।
तुलसी की माला धारण करने के बाद रुद्राक्ष भूलकर भी नहीं पहनना चाहिए इससे अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
तुलसी की माला एक बार धारण कर लेने के बाद रोजाना विष्णु मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
तुलसी की माला पहनने के बाद सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। इसे धारण करने के बाद लहसुन प्याज का भी सेवन नहीं करना चाहिए।