Ad image
°C | °F
📍 Detect Location
Loading weather...
Powered By FM Sikar

Phalodi Road Accident: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती, NHAI से मांगी रिपोर्ट; राजमार्ग सुरक्षा पर उठाए सवाल

Phalodi Road Accident: राजस्थान के फलौदी में हालिया सड़क हादसे पर सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर चिंता जताते हुए NHAI से रिपोर्ट मांगी। हादसे में 15 लोगों की मौत और कई घायल, अवैध ढाबों और ट्रक पार्किंग पर सवाल उठे।

Naveen Parmuwal
Written by: Naveen Parmuwal - Senior Sub Editor
3 Min Read

Phalodi Road Accident: राजस्थान के फलौदी में हुए भयावह सड़क हादसे पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्गों की सुरक्षा पर गंभीर चिंताएँ जताईं हैं। इस हादसे में तीर्थयात्रियों से भरा एक टेंपो ट्रैवलर एक खड़े ट्रक से टकरा गया था, जिसमें 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को जल्द से जल्द एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें सभी ढाबों और होटलों की कानूनी स्थिति का विवरण होगा।

Advertisement

राजमार्ग सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती

सुप्रीम कोर्ट की अवकाश पीठ ने इस मामले को राष्ट्रीय राजमार्गों पर बढ़ती दुर्घटनाओं का संकेत मानते हुए NHAI को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने पूछा है कि टोल वसूलने के बावजूद सड़कों की हालत इतनी खराब क्यों है और इन अवैध ढाबों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि अवैध ढाबे और अनधिकृत पार्किंग सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बन रहे हैं।

राज्य सरकारों को भेजे कड़े निर्देश

राजस्थान के मुख्य सचिव को भी पक्षकार बनाते हुए कोर्ट ने उनसे अलग से स्थिति रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता शिव मंगल शर्मा ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि सरकार सड़क सुरक्षा के इस मुद्दे पर पूरा सहयोग करेगी। कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव को भी इस मामले में जोड़ते हुए राष्ट्रीय स्तर की नीति बनाने की बात कही है।

यह भी जरूर पढ़ें...

हादसों पर राष्ट्रीय नीति की जरूरत

सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले और हैदराबाद-बीजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हाल ही में हुई दुर्घटनाओं का भी जिक्र किया। कोर्ट ने कहा कि ये घटनाएं दिखाती हैं कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा का कोई समन्वित तंत्र नहीं है। कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता ए.एस. नाडकर्णी को न्याय मित्र नियुक्त किया है, जो तकनीकी और कानूनी सुझाव देंगे।

Advertisement

NHAI पर सवाल और चेतावनी

कोर्ट ने NHAI से पूछा कि टोल के नाम पर हजारों करोड़ रुपये वसूलने के बावजूद सड़कों की मरम्मत और सुरक्षा उपाय क्यों नहीं किए जा रहे। कोर्ट ने चेतावनी दी कि अगर दो हफ्ते में संतोषजनक रिपोर्ट नहीं आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। अवैध ढाबे और ट्रक पार्किंग सड़क सुरक्षा में बड़ी बाधा के रूप में उभरे हैं, जिन्हें दूर करना जरूरी है।

Want a Website like this?

Designed & Optimized by Naveen Parmuwal
Journalist | SEO | WordPress Expert

Contact Me
Share This Article
Avatar photo
Senior Sub Editor
Follow:
नवीन पारमुवाल एक युवा डिजिटल पत्रकार और अनुभवी कंटेंट विशेषज्ञ हैं। राजस्थान के सीकर से ताल्लुक रखने वाले नवीन ने पिछले 6 सालों में डिजिटल मीडिया और न्यूज इंडस्ट्री में काम किया है। उन्होंने राजस्थान के नंबर वन अखबार राजस्थान पत्रिका से अपने करियर की शुरुआत की। जमीनी स्तर पर रिपोर्टिंग के जरिए उन्होंने लोकल मुद्दों, घटनाओं और समाज से जुड़ी खबरों को नजदीक से देखा और पाठकों तक पहुंचाया।बाद में पत्रिका.कॉम के साथ डिजिटल पत्रकारिता में कदम रखते हुए नवीन ने प्रदेश, राजनीति, व्यापार, तकनीक, मनोरंजन और अंतरराष्ट्रीय खबरों जैसे अहम मोर्चों को संभाला। उन्होंने ईटीवी भारत और वनइंडिया हिंदी जैसे न्यूज प्लेटफॉर्म्स पर काम करते हुए न्यूज एडिटिंग, कंटेंट मैनेजमेंट और होमपेज ऑपरेशंस में अपनी गहरी पकड़ बनाई।तेज और सटीक रिपोर्टिंग के साथ-साथ SEO ऑप्टिमाइजशन और ऑडियंस एंगेजमेंट में उनकी दक्षता ने उन्हें डिजिटल मीडिया में अलग पहचान दिलाई।पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें पंडित झाबरमल शर्मा पत्रकारिता पुरस्कार (डिजिटल) और गोल्डन अवॉर्ड- पत्रिका.कॉम प्रमुख हैं।
°C | °F
📍 Detect Location
Loading weather...
Powered By FM Sikar
News in Image Share Link