Weather
23°C
Sīkar
clear sky
23° _ 23°
23%
1 km/h
Fri
29 °C
Sat
30 °C
- Advertisement -

Akshaya Tritiya 2024: इस बार अक्षय तृतीया पर नहीं गूंजेगी शहनाइयां, शादियों पर रहेगी रोक

- Advertisement -
Weather
23°C
Sīkar
clear sky
23° _ 23°
23%
1 km/h
Fri
29 °C
Sat
30 °C

Akshaya Tritiya 2024: सीकर के प्रसिद्ध पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि इस बार अक्षय तृतीया से पहले शुक्र और ज्ञान के ग्रह गुरु के अस्त होने के कारण अक्षय तृतीया के दिन शादी विवाह और मांगलिक कार्य नहीं होंगे। akshaya tritiya 2024 marriage shadi auspicious work not happen on this akha teej 2024 date

Bharti Sharma
By Bharti Sharma - Sub Editor Religion Dharma
- Advertisement -

Akshaya Tritiya 2024: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। यह पर्व हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। वहीं इस दिन को अबूझ मुहूर्त भी कहते हैं। मतलब आप बिना मुहूर्त देखें इस दिन कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं। अक्षय तृतीया पर शादियों की धूम रहती हैं। लेकिन, इस बार अक्षय तृतीया पर विवाह जैसे शुभ कार्य नहीं होंगे। पंडित दिनेश मिश्रा के अनुसार, इस बार ग्रहों के चाल के कारण अक्षय तृतीया के दिन शादी जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक रहेगी।

अक्षय तृतीया पर होते हैं शुभ कार्य

बता दें कि इस दिन सोना और चांदी और कोई भी नया सामान खरीदने का खास महत्व शास्त्रों में बताया गया है। पंचांग के अनुसार साल में कुछ तिथियां ऐसी होती है, जिन्हें अबूझ मुहूर्त कहते हैं। और इस दौरान शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य के लिए पंडित जी से शुभ मुहूर्त निकलवाने की जरूरत नहीं पड़ती। हिंदू धर्म में इसे बहुत ही महत्वपूर्ण व शुभ माना गया है। आम बोलचाल की भाषा में अक्षय तृतीया को आखातीज भी कहते हैं।

अगर राहु की वजह से परेशान हैं तो करें यह उपाय-Rahu Upay

आखातीज 2024 तिथि

पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया की तिथि 10 मई शुक्रवार को सुबह 4:16 से शुरू होगी और इसका अंत 11 मई के दिन सुबह 2:51 पर होगा। इसलिए इस साल अक्षय तृतीया 10 में को मनाई जाएगी। वहीं ज्योतिष के दृष्टिकोण से यह दिन बेहद शुभ है, क्योंकि इस दिन सूर्य और चंद्रमा उच्च राशि में होते हैं।

अक्षय तृतीया 2024 पर क्यों नहीं बजेगी शहनाई?

सीकर के प्रसिद्ध पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि इस बार अक्षय तृतीया से पहले शुक्र और ज्ञान के ग्रह गुरु के अस्त होने के कारण अक्षय तृतीया के दिन शादी विवाह और मांगलिक कार्य नहीं होंगे। ये दोनों ग्रह सुख, समृद्धि, वैभव, वैवाहिक जीवन के कारक ग्रह है। इनके अस्त होने से मांगलिक कार्य नहीं होंगे।

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। वही शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के परशुराम अवतार का जन्म हुआ था। अक्षय तृतीया के दिन ही युधिष्ठिर को कृष्ण जी ने अक्षय पात्र दिया था। और उस पात्र में कभी भी भोजन समाप्त नहीं होता था। इस दिन दान करने से अक्षय पूर्ण की प्राप्ति होती है‌। वही इस दिन को शास्त्रों में अबूझ मुहूर्त की संज्ञा भी दी गई है। मतलब इस दिन विवाह, गृह प्रवेश, वाहन खरीदना, सगाई या कोई भी अन्य शुभ कार्य किया जा सकता है। वही अक्षय तृतीया के दिन एकाक्षी नारियल दक्षिणावर्ती शंख और पारद शिवलिंग खरीदना बेहद शुभ माना जाता है।

हमें फॉलो करें
Share This Article
Bharti Sharma
Sub Editor
Follow:
भारती शर्मा पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता क्षेत्र में कार्य कर रही हैं। अपने कार्य क्षेत्र रहते हुए उन्होंने धर्म-कर्म, पंचांग, ज्योतिष, राशिफल, वास्तु शास्त्र, हस्तरेखा व समुद्र शास्त्र जैसे विषयों पर लेखन किया हैं। इसके अलावा उनको लोकल और ग्राउंड रिपोर्टिंग का भी अनुभव हैं। फिलहाल भारती शर्मा 89.6 एफएम सीकर में आरजे की पद संभालते हुए सीकर अपडेट शो का संचालन करती हैं और बतौर ज्योतिष शास्त्र लेखन कर रही हैं।
- Advertisement -
- Advertisement -

Latest News

Facebook

- Advertisement -
- Advertisement -

Contact Us

Ward No. 19, Raiji ka Kuwa, Near Palwas Road, Yojna Nagar, Kalwaria Kunj, Sikar, Rajasthan 332001

Email: contact@fmsikar.in

Gandhi Jayanti 2024: गांधीजी के प्रमुख नारे सर्वोत्तम नवरात्रि व्रत भोजन। Best Navratri Vrat Food Ideas वर्कप्लेस स्ट्रेस से कैसे निपटें? How To Deal With Stress At Workplace? ये साल का अंतिम सूर्य ग्रहण, ना करें ये काम | Surya Grahan 2024 डिटॉक्स वॉटर के फायदे। Benefits of Detox Water दिल के लिए दुश्मन हैं ये फूड्स | Bad Foods For Heart नकली दवाओं की ऐसे करें पहचान | How To Check Fake Medicines सीकर के इन जगहों पर ना घूमा तो क्या घूमा लौकी खाने के फायदे: Benefits Of Eating Bottle Gourd नवरात्रि मां दुर्गा के नौ रूप: Navratri Nine Different Forms Of Goddess Durga