Rajasthan Teacher Transfer: राजस्थान में सरकारी शिक्षकों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से ट्रांसफर के लिए इंतजार कर रहे शिक्षकों को अब राहत मिल सकती है। राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने बताया कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के बाद सरकारी शिक्षकों के ट्रांसफर शुरू हो जाएंगे। इस बयान के बाद राज्य भर में सरकारी शिक्षकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।
राजस्थान में शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर लंबे समय से मांग उठ रही थी। पिछले कई वर्षों से सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक अपने ट्रांसफर के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कोई ठोस समाधान नहीं मिला। इस बीच, 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच राज्य सरकार ने विभिन्न सरकारी विभागों में अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर के लिए बेन हटा दिए थे, जिसके बाद बड़ी संख्या में सरकारी विभागों में ट्रांसफर का दौर जारी है।
अब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने चित्तौड़गढ़ के सांवलिया जी में दिए अपने बयान में स्पष्ट किया कि बोर्ड परीक्षा के बाद शिक्षक अपने स्थानांतरण का आवेदन कर सकेंगे। शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि इस प्रक्रिया को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के बाद शुरू किया जाएगा। इस घोषणा के बाद शिक्षकों को राहत महसूस हो रही है क्योंकि पिछले कुछ वर्षों से टीचरों के ट्रांसफर के मामले में कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए थे।
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इससे पहले जुलाई 2018 में वसुंधरा राजे सरकार के दौरान तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर किए गए थे। इसके बाद, लगभग सात सालों तक शिक्षकों को ट्रांसफर के लिए इंतजार करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस सरकार के दौरान भी शिक्षक ट्रांसफर के लिए आवेदन मांगे गए थे, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया था। इसके परिणामस्वरूप, शिक्षकों में असंतोष और निराशा का माहौल था।
अब, शिक्षा मंत्री दिलावर के इस नए बयान से टीचरों को उम्मीद की नई किरण मिल चुकी है। राज्य सरकार की यह पहल शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है, खासकर उन शिक्षकों के लिए जिनकी स्थायी नियुक्तियां दूर-दराज इलाकों में हुई थीं।
आपको यह भी बताते चलें कि इस साल रीट परीक्षा के कारण 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल पहले से ही आगे बढ़ चुका है, और अब ये परीक्षाएं मार्च में आयोजित की जाएंगी। इसके कारण, शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया में थोड़ा समय और लग सकता है, लेकिन शिक्षा मंत्री ने कहा है कि जैसे ही बोर्ड परीक्षा समाप्त होगी, शिक्षक अपना ट्रांसफर आवेदन कर सकेंगे।
इस निर्णय से कुल 85,000 से अधिक सरकारी शिक्षकों को राहत मिल सकती है। वे अपने कार्यस्थल में बदलाव कर सकते हैं, और इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। कुल मिलाकर, यह कदम राजस्थान के सरकारी शिक्षकों के लिए एक ऐतिहासिक फैसला साबित हो सकता है, जो लंबे समय से ट्रांसफर के लिए इंतजार कर रहे थे।