Bhagwan Shiv-महा शिवरात्रि का पर्व आने वाला है और सभी भक्तों में इस दिन को लेकर काफी उमंग और जोश भरा हुआ है। इस साल 8 मार्च को महा शिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती को खुश करने के लिए उनकी पूजा की जाती है और उनके लिए व्रत किया जाता है। भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें बेलपत्र अर्पित किया जाता है। लेकिन बेलपत्र अर्पित करते समय आप को कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। कई बार हम जाने अनजाने में ऐसी गलतियां कर देते हैं जो हमें बाद में नुकसान पहुंचा सकती हैं। आइए जानते हैं बेलपत्र चढ़ाते समय आप को कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए।
बेलपत्र के बिना अधूरी है शिव की पूजा
बेलपत्र भगवान शिव (Bhagwan Shiv) को बेहद पसंद होता है। ऐसा माना जाता है की शिवजी की पूजा करते समय इन्हें बेलपत्र जरूर चढ़ाना चाहिए नहीं तो इनकी पूजा अधूरी ही मानी जाती है। बेलपत्र अर्पित करने से शिवजी आप से काफी खुश होते हैं।
Shiv Mantras – इन शिव मंत्रों का जरूर करें जाप
यह भी जरूर पढ़ें...
पत्तियों का रखें ध्यान
आप को बेलपत्र चढ़ाने से पहले उसकी पत्तियों का ध्यान रखना चाहिए। आप को यह ध्यान रखना चाहिए की बेलपत्र में तीन पत्तियां हो और वह एक साथ जुड़ी हुई हो। ऐसा माना जाता है की यह तीन पत्तियां शिवजी, ब्रह्मा और विष्णु भगवान को दर्शाती हैं। इसलिए आप को एक या दो पत्तियों वाले बेलपत्र का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए।
बेलपत्र में नहीं होना चाहिए कोई छेद
आप को ध्यान रखना चाहिए की जिस बेलपत्र को आप अर्पित कर रहे हैं उसमें किसी तरह का छेद न हो। अगर इसमें छेद होता है तो आप की की गई पूजा से आप को कोई फल प्राप्त नहीं होता है।
चिकना हिस्सा नीचे की ओर रखें
बेलपत्र चढ़ाते समय आप को यह ध्यान रखना चाहिए की इसका चिकना हिस्सा आप को नीचे की ओर रखना है और खुरदरा हिस्सा ऊपर की तरफ रखना है। बेलपत्र पर आप को सिंदूर का प्रयोग नहीं करना चाहिए बल्कि चंदन का प्रयोग आप कर सकते हैं। शिवजी पर कभी भी लाल सिंदूर नहीं चढ़ाया जाता है।