हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है आइये जानते हैंं।
कहा जाता है कि समुद्र मंथन से निकले विष का पान करके भगवान शिव ने इस सृष्टि को संकट से बचाया था, इस वजह से ही महाशिवरात्रि मनाई जाती है।
महाशिवरात्रि को शिवजी के साथ शक्ति स्वरूपा देवी पार्वती की शादी हुई थी। इसी दिन शिवजी ने वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था।
माना जाता है कि सृष्टि की शुरुआत में इसी दिन आधी रात में भगवान शिव का निराकार से साकार रूप में अवतरण हुआ था। इसलिए यह दिन महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन ही देशभर में 12 ज्योतिर्लिंग प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन महाशिवरात्रि मनाई जाती है और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि पर व्रत, पूजा और जलाभिषेक करने पर वैवाहिक जीवन से जुड़ी तमाम तरह की परेशानियां दूर होती हैं।
महाशिवरात्रि को महीने का सबसे अंधेरे का दिन माना जाता हैं।कहा जाता हैं की इस दिन भगवान शिव बुरी शक्तियों का संहार करते हैं और उनके साम्रज्य का विनाश करते हैं।