Rajasthan BJP President: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी पिछले लोकसभा के मुकाबले इस बार कमजोर साबित हुई है। सीटों के आंकड़ों ने पार्टी के कार्य पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। ऐसे में सियासी गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष को बदला जा सकता है। क्योंकि, पार्टी के बड़े लोग राजस्थान बीजेपी के काम से संतुष्ट नहीं हैं। सीएम भजनलाल शर्मा भी जब दिल्ली गए थे तो पार्टी के कार्यों की रिपोर्ट सौंपी थी।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी राजस्थान को झटका
पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी को 25 सीटें मिली थीं। मगर इस बार के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने डरा दिया। क्योंकि, कांग्रेस सहयोगी दलों के साथ मिलकर 11 सीटें लेकर चली गईं। खासकर सीकर लोकसभी सीट के साथ-साथ चूरू, झुंझुनू, नागौर जैसे सीटों को गंवाना पार्टी को सोचने पर विवश कर दिया है।
राजस्थान में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी
राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मार्च 2023 में पार्टी की कमान संभाली थी। इस हिसाब से देखा जाए तो सीपी जोशी को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बतौर अध्यक्ष महज एक साल का समय दिया गया। लेकिन एक साल में सीपी जोशी ने कुछ खास नहीं किया, ऐसा पार्टी को लग रहा है। जबकि, दूसरा नजरिया ये भी है कि ये एक साल कोई बहुत आदर्श समय नहीं है लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए।
जातिय गुणा-भाग करके बनाया जा सकता है अध्यक्ष
राजनीति जानकारों की मानें तो चुनाव में SC मतदाताओं ने बीजेपी को चौंकाया है। इसलिए भाजपा चाहेगी कि इनके वोटों को अपने खेमे लाने के लिए अध्यक्ष भी इन्हीं के खेमे से लाया जाए। क्योंकि, इस बार कांग्रेस को एससी वोटरों ने जिताने का काम किया। ऐसे में राजस्थान बीजेपी के SC या OBC नेता को अध्यक्ष बनाए।
मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष दोनों एक ही समुदाय से
बीजेपी अध्यक्ष को राज्य में बदलने का ये भी कारण हो सकता है कि मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष दोनों ही एक ही समुदाय से आते हैं। ऐसे में पार्टी को वोटों का नुकसान भी हो रहा है। साथ ही कई लोग पार्टी के भीतर भी नाखुश दिख रहे हैं। इसलिए भी पार्टी अध्यक्ष को बदलने की बातें सियासी गलियारों में हो रही है।
बता दें, राजस्थान में पार्टी अध्यक्ष को बदलने की बात सिर्फ सियासी गलियारों से उठती दिख रही है। इसको लेकर अभी तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।