Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के बयान से राजानीति के गलियारों में हलचल मची है। राजे ने साफ तौर पर कहा कि घमंड चूर-चूर हो जाए…। अब सब पूछ रहे हैं कि ये इशारा किस ओर है।
शुक्रवार को वसुंधरा राजे उदयपुर में ऋषभदेव मंदिर में जैन संत आचार्य पुलक सागर जी महाराज के ज्ञान गंगा महोत्सव में उपस्थित थी। इस दौरान आचार्य पुलक सागर जी महाराज ने भी वसुंधरा राजे को खूब आशीर्वाद दिया और मुख्यमंत्री बने रहने को लेकर भी बातें कही। आचार्य पुलक सागर जी महाराज का वो वीडियो भी वायरल हो रहा है।
जीओ और जीने दो- वसुंधरा राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संबोधन के दौरान कहा कि जैन धर्म का सिद्धांत जीओ और जीने दो है, लेकिन कई लोगों ने इसे उलट कर दिया है। साथ ही इस दौरान राजे ने एक कविता की तरह कुछ बातों को कहा-
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“काश ऐसी बारिश आये,
जिसमें अहम डूब जाए,
मतभेद के किले ढह जाएं,
घमंड चूर-चूर हो जाए,
गुस्से के पहाड़ पिघल जाए,
नफरत हमेशा के लिए दफ़न हो जाये
और सब के सब,
मैं से हम हो जाएं।”
धार्मिक मंच से कही गई राजनीति की बातें सियासी गलियारों में खूब बवाल मचा रही है। सोशल मीडिया पर भी लोग ये वीडियो शेयर कर रहे हैं औ पूछ रहे हैं कि वसुंधरा राजे आखिर ये सब किसे कह रही हैं और किसकी ओर इशारा कर रही हैं।
जनता का प्यार मुझे मिल रहा- वसुंधरा राजे
इस दौरान वसुंधरा राजे ने कुछ धर्म पर भी बातें कीं। साथ ही ये भी कहा कि जनता का प्यार मुझे मिल रहा है। राजस्थान के लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं। और उनका पूरा समर्थन भी मुझे मिल रहा है। इस तरह की बातें भी वसुंधरा राजे ने उस मंच से कहकर बड़ा इशारा किया है।
बता दें, वसुंधरा राजे बीजेपी की कद्दावर नेता हैं। राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं। मगर पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने वसुंधरा राजे को सीएम ना बनाकर भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद कई तरह की बातें सुनने को मिलीं।