बीकानेर के मदान मार्केट में एक दिल दहला देने वाली घटना में जब एक बहुमंजिला इमारत ढह गई तो 11 लोगों की जान चली गई। ये हादसा 7 मई को हुआ था, लेकिन इसके मलबे से अब तक सोना-चांदी के आभूषणों के औजार मिल रहे हैं। इस त्रासदी में अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले परिजन आज भी इस मलबे के पास आकर अपने अपनों की यादें ताजा करते हैं।
हादसे के बाद का मंजर
हादसे के तुरंत बाद नगर निगम ने मलबे को ट्रैक्टर ट्रॉलियों में भरकर एक खाली मैदान में रखवा दिया। इस मलबे की निगरानी का जिम्मा नगर निगम के पास है। कोई भी व्यक्ति मलबे के पास नहीं पहुंच सकता है, क्योंकि इसमें लाखों के गहनों की संभावना है।
रोजाना मलबे की छनाई
सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक मजदूर मलबे की छनाई करते हैं। इस दौरान सोने-चांदी के आभूषण और टुकड़े मिल रहे हैं। इनकी सुरक्षा के लिए इन्हें एक तालाबंद पेटी में रखा जा रहा है।
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परिजनों का दर्द
अपनों के खोने का गम इस मलबे में छिपा है। जब मलबे से आभूषण बनाने के औजार मिलते हैं तो परिजनों की आंखें नम हो जाती हैं। वे इस उम्मीद से आते हैं कि शायद उनके अपनों की कोई निशानी मिल जाए।
भविष्य की योजना
नगर निगम की योजना है कि 10 दिन में मोटा मलबा छान लिया जाएगा। इसके बाद बारीक मलबे की छनाई होगी। यह काम और भी समय ले सकता है, लेकिन निगम सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी मलबे के पास न पहुंचे।