Khatushyam Mela 2024: खाटूश्यामजी में इन दिनों आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। बाबा श्याम (Baba Shyam Mela 2024 ) के फाल्गुनी मेले में करीब 30 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। खाटूश्यामजी (Khatushyam Holi 2024) का मुख्य मेला एकादशी को भरेगा। इस दिन हारे के सहारे बाबा श्याम (Khatu Shyam Baba Mandir) का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और पूजा अर्चना की जाएगी।
यूं तो देशभर में हर राज्य में होली (Holi 2024) का अपना एक महत्व है और हर राज्य में होली अपने अलग अंदाज में मनाई जाती है, लेकिन यूपी में बरसाने की होली और राजस्थान में शेखावाटी की होली का अपना विशेष महत्व है। ऐसे में खाटू की होली शेखावाटी के होली के रंग मे चार चांद लगाती है, जिससे देशभर मे इसे प्रसिद्धि मिलती है।
खाटू श्याम की होली पर बाबा श्याम का खजाना लूटते हैं भक्त (Khatu shyam ji holi special)
बाबा श्याम का मेला खत्म होने के बाद काफी संख्या में भक्त होली मनाने के लिए खाटूश्यामजी में रुकते हैं। क्योंकि, यहां भी होली अपने अपने आप बहुत विशेष महत्व रखती है। 25 मार्च 2024 के दिन धुलेंडी के दिन होली खेलकर ही दूर-दराज से आये लोग वापस जायेंगे।
हारे के सहारे के साथ होली खेलना अपने आप में एक विशेष अनुभूति है। मेले की ही तरह होली खेलने के लिये भी हजारों की संख्या मे लोग एकत्रित होते हैं। सुबह मंगला आरती के साथ ही लोग होली बाबा को भेंट कर आपस मे रंग लगाते हैं। ये अपने आप मे अलग ही अनुभूति होती है।
खाटू का खजाना (Khatu ka Khajana)
इस दिन दोपहर तक श्याम भक्त खाटूश्यामजी में होली खेलते हैं। इसके बाद शाम चार बजे बाबा श्याम की विशेष आरती होगी। इस आरती के समय बाहर से आये श्रद्धालुओं को बाबा के चढ़ावे से सिक्के प्रसाद के रूप में दिया जाएगा। इसी को बाबा श्याम का खजाना कहा जाता है, जिसे लेने के लिए भी भक्तों की भारी भीड़ लगती है। जिन्हें भी ये सिक्का प्राप्त होता है, वे अपनेआप को भाग्यशाली मानते हैं।