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Vande Bharat Train: रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, वंदे भारत में पानी की बोतल को लेकर रेलवे ने लिया ये फैसला

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Vande Bharat Train: वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर भारतीय रेलवे ने एक बड़ी घोषणा की है। अब यात्रियों को पानी की बोतल को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, भारतीय रेलवे ने इसके लिए सुविधा को बढ़ाने का फैसला लिया है।

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Written by: Rupali kumawat - Sub Editor

Vande Bharat Train: वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर भारतीय रेलवे ने एक बड़ी घोषणा की है। अब यात्रियों को पानी की बोतल को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, भारतीय रेलवे ने इसके लिए सुविधा को बढ़ाने का फैसला लिया है। अगर आप वंदे भारत ट्रेन में सफर करते हैं तो आपको ये जानकारी जान लेनी चाहिए। ताकि आपको वहां पर पानी की ये सुविधा मिल पाए।

भारतीय रेलवे ने घोषणा की है कि अब से वंदे भारत ट्रेन के सभी यात्रियों को यात्रा के दौरान 500 मिली लीटर की रेल नीर पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर (PDW) की बोतल मिलेगी। इसके अलावा, यात्री बिना किसी शुल्क के स्टाफ से दूसरी बोतल भी मांग सकते हैं। पहले Vande Bharat Train में सिर्फ छोटी बोतल मिलती थी। जो कि यात्रियों के लिए पर्याप्त नहीं होती थी। हालांकि, ये सुविधा रूट के आधार पर बदल भी जाती है।

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वंदे भारत ट्रेनें राजधानी ट्रेनों की तुलना में छोटे रूट पर चलती हैं, इसलिए रेलवे ने नियमों में बदलाव करते हुए आधा लीटर की बोतलें बोर्ड पर रखने का फैसला किया है। इसी तरह, शताब्दी ट्रेनों में यात्रियों को अब एक लीटर की बोतलों के बजाय 500 मिली लीटर की रेल नीर की बोतलें मिलेंगी। भारतीय रेलवे उन ट्रेनों में यात्रियों को सीमित मात्रा में पानी उपलब्ध कराता है, जिनकी अधिकतम परिचालन अवधि 8.5 घंटे होती है। शताब्दी ट्रेनों में पांच घंटे से अधिक समय तक यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए, 500 मिलीलीटर की बोतल 1 लीटर पानी की बोतल की जगह लेगी।

मध्य रेलवे जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने की एक बड़ी पहल के तहत कोच और प्लेटफॉर्म की सफाई के लिए रिसाइकिल किए गए पानी का उपयोग कर रहा है। 32 रीसाइकिलिंग इकाइयों के माध्यम से, यह हर दिन लगभग एक करोड़ लीटर पानी का संचयन करता है। इसके अलावा, 158 स्थानों पर वर्षा जल संग्रह उपकरण लगाए गए हैं, और पानी की बचत को बढ़ावा देने के लिए तीन स्वचालित कोच-वाशिंग ऑपरेशन स्थापित किए गए हैं।

इसके अलावा, क्षेत्रीय पारिस्थितिकी का समर्थन और रख रखाव करने के लिए, मध्य रेलवे ने बड़े पैमाने पर वनीकरण पहल के तहत विभिन्न स्थानों पर पाँच लाख पेड़ लगाए हैं।

Edited By- Ravi Kumar Gupta

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रुपाली कुमावत पिछले कई वर्षों से लेखन क्षेत्र में कार्यरत हैं। उनको हिंदी कविताएं, कहानियां लिखने के अलावा ब्रेकिंग, लेटेस्ट व ट्रेंडिंग न्यूज स्टोरी कवर करने में रुचि हैं। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से BADM में M.Com किया हैं एवं पंडित दीनदयाल शेखावाटी यूनिवर्सिटी से family law में LL.M किया हैं। रुपाली कुमावत के लेख Focus her life, (राजस्थान पत्रिका), सीकर पत्रिका, https://foucs24news.com, खबर लाइव पटना जैसे मीडिया संस्थानों में छप चुके हैं। फिलहाल रुपाली कुमावत 89.6 एफएम सीकर में बतौर न्यूज कंटेंट राइटर अपनी सेवाएं दे रही हैं।
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