Jharkhand ED Raid News: झारखंड में एक बार फिर नोटों का खजाना निकला है। जिसको देखकर ED अधिकारी से लेकर जनता तक दंग है। झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के पीएस और उनके सहायक के कई ठिकानों पर रेड मारी जा रही है। प्राप्त किए गए नोटों की गिनती सुबह से जारी है। बताया जा रहा है कि करीब 20-30 करोड़ रुपए कैश हो सकते हैं। झारखंड के नोटों का वीडियो भी जारी किया गया है। जिसको देखने के बाद आपको चक्कर आ सकता है। झारखंड में हो रही छापेमारी को लेकर पीएम मोदी ने भी विपक्ष पर निशाना साधा है।
"Mountains of currency notes are being found": PM Modi on Jharkhand cash haul
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— ANI Digital (@ani_digital) May 6, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्री आलमगीर के करीब नौ ठिकानों पर छापेमारी की गई है। सबसे अधिक नोट उनके पीएस के यहां से बरामद किए गए हैं। छापेमारी कर रहे अधिकारियों ने नोटों को गिनने के लिए मशीनें लगा दी हैं। इसके बाद भी नोटों की गिनती करने में अधिकारियों के पीसने छूट रहे हैं।
#WATCH | Jharkhand: Counting of notes still underway at the residence of household help of Sanjiv Lal – PS to Jharkhand Rural Development minister Alamgir Alam in Ranchi where a large amount of cash has been recovered so far. More than Rs 20 crores has been counted so far.
The… pic.twitter.com/Mh3cs3BX6l
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कौन हैं आलमगीर आलम?
झारखंड में मिले नोटों के खजाने के पीछे जिस मंत्री का नाम बताया जा रहा है, उनके बारे में जान लेते हैं। ये झारखंड कांग्रेस के विधायक हैं। आलम की उम्र 70 साल है। ये वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और झारखंड विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहां से 4 बार विधायक रह चुके हैं। झारखंड के संसदीय कार्य और ग्रामण विकास मंत्री हैं। वर्ष 2006-09 तक झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहें।
#WATCH | Jharkhand: Steel trunks brought to the residence of household help of Sanjiv Lal – PS to Jharkhand Rural Development minister Alamgir Alam in Ranchi where a large amount of cash has been recovered so far. More than Rs 20 crores has been counted so far, counting still… pic.twitter.com/W9vP6fsvvQ
— ANI (@ANI) May 6, 2024
सरपंच से विधायक बनने तक का सफर
आलमगीर आलम पंचायत चुनाव से विधानसभा तक का सफर तय किए हैं। सबसे पहले सरपंच बनकर स्थानीय लोगों के बीच पकड़ बनाए। इसके बाद आलमगीर आलम साल 2000 में पहली बार विधायक बने। यहीं से इनकी विधायकी चलती रही।
आलमगीर आलम का बयान
ईडी द्वारा रेड के बाद आलमगीर आलम ने मीडिया को जानकारी दी है। प्रभात खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा “संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम हैं और हमारे पीएस हैं और हम उनका का चुनाव अनुभव के आधार पर करते हैं। जो आप देख रहे हैं वही हम भी टीवी के माध्यम से देख रहे हैं। ED का क्या निष्कर्ष आएगा वह बाद में देखा जाएगा।”