Jhalawar School Hadsa: झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव में शुक्रवार को हुए भयानक स्कूल हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। इस हादसे में 7 मासूम बच्चों की जान चली गई और 30 से अधिक बच्चे घायल हो गए। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। जर्जर स्कूल भवन में पढ़ाई जारी रखने और चेतावनियों को अनदेखा करने के आरोप में यह कदम उठाया गया है।
शिक्षकों पर लापरवाही के आरोप
शिक्षकों पर आरोप है कि स्कूल भवन की छत से लगातार गिरते कंकड़ और प्लास्टर की शिकायत उन्होंने उच्चाधिकारियों से नहीं की। हादसे के समय भी बच्चे क्लास में मौजूद थे जब छत अचानक गिर गई। ग्रामीणों ने तत्परता से राहत कार्य शुरू कर बच्चों को मलबे से बाहर निकाला। कुछ गंभीर बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की मृत्यु हो गई।
#WATCH | Jhalawar: Former Rajasthan CM and senior BJP leader Vasundhara Raje arrives at the incident spot where the roof of Piplodi Primary School collapsed yesterday, claiming the lives of seven students and injuring several others. pic.twitter.com/eVJmayIABQ
Advertisement— ANI (@ANI) July 26, 2025
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प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद शिक्षा विभाग ने जांच शुरू की और प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआती कदम है, और विस्तृत जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने मृतक बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
ग्रामीणों की नाराजगी और मांगें
पीपलोदी गांव के लोग इस हादसे के बाद बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने मांग की है कि स्कूल भवनों के रखरखाव और मरम्मत के लिए विशेष फंड जारी किया जाए और निर्माण की गुणवत्ता की जांच की जाए। इस हादसे ने प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।
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