RAS Priyanka Bishnoi: राजस्थान की RAS अधिकारी प्रियंका बिश्नोई की अचानक मौत की खबर ने सबको हैरान कर दिया है। प्रियंका बिश्नोई की मौत की खबर सामने आते ही जोधपुर में माहौल गरमाता दिख रहा है।
प्रियंका बिश्नोई की मौत की खबर को लेकर सोशल मीडिया पर भी आक्रोश दिख रहा है। साथ ही इनकी मौत को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि प्रियंका बिश्नोई की मौत को लेकर इतना आक्रोश क्यों है?
जिला कलक्टर ने प्रियंका बिश्नोई मामले की जांच के आदेश दिए
जान लें, बीकानेर की प्रियंका बिश्नोई जोधपुर में सहायक कलक्टर पद पर तैनात थीं। बीते दिनों उनके इलाज में जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा था। जिला कलक्टर ने निर्देश पर मामले की जांच चल रही है।
अहमदाबाद में इलाज के दौरान प्रियंका बिश्नोई की मौत
हालांकि, जोधपुर में इलाज के दौरान ही प्रियंका की हालत बिगड़ने पर उनके परिजन उन्हें इलाज के लिए अहमदाबाद ले गए थे। जहां बुधवार (18 सितंबर) रात उनकी मौत की खबर सामने आई। परिजनों की ओर से भी जोधपुर के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं।
RAS प्रियंका बिश्नोई को एनेस्थीसिया डोज अधिक देने का आरोप
प्रियंका बिश्नोई के परिजनों ने आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के दौरान प्रियंका को ज्यादा एनेस्थीसिया (बहोश करने वाली दवा) दी गई थी। जिसके बाद प्रियंका कोमा में चली गई और बाद में प्रियंका बिश्नोई ब्रेनडेड के कारण काल के गाल में समा गईं।
जांच के बाद भी रिपोर्ट का खुलासा नहीं, आक्रोश में बिश्नोई समाज
प्रियंका बिश्नोई के इलाज में लापरवाही को लेकर जोधपुर जिला कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को तीन दिन में जांच के आदेश दिए थे। मगर जांच के लिए दिए समय के पूरा होने पर भी रिपोर्ट में खुलासा नहीं किया गया है। इसको लेकर भी बिश्नोई समाज आक्रोशित है।