Happy New Year 2025: नया साल आने में अब बस दो हफ्ते बचे हैं और शेखावाटी संभाग के विख्यात धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर प्रवासियों की तैयारियां जोरों पर हैं। देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु यहां न केवल नए साल का स्वागत करते हैं, बल्कि अपनी आस्था की परंपरा निभाते हुए साल की शुरुआत शुभ स्थलों से करते हैं।
धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर गूंजेंगे नए साल के स्वर
शेखावाटी के धार्मिक स्थलों पर नए साल का स्वागत सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि आस्था, सुकून, और आनंद का अनोखा संगम है। यह क्षेत्र आस्था के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी हर बार नए कीर्तिमान स्थापित करता है।
खाटूश्यामजी और सालासर में आस्था का मेला
शेखावाटी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में खाटूश्यामजी, सालासर बालाजी, और जीणमाता के मंदिर सबसे अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। इन स्थलों पर चमत्कारिक प्रभाव और भव्य आयोजन प्रवासियों को हर साल खींच लाते हैं। होटल और धर्मशालाएं पहले ही बुक हो चुकी हैं, और साज-सज्जा का कार्य जारी है।
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फतेहपुर: ठंड और त्योहार का अनोखा संगम
कड़ाके की सर्दी और तापमान के मानइस तक गिरने के बावजूद फतेहपुर की हवेलियां और ऐतिहासिक स्थलों का आकर्षण हर साल लोगों को खींचता है। ठिठुरती सर्दी के बीच यहां का अनूठा माहौल नए साल का स्वागत करने वालों के लिए यादगार बन जाता है।
राजा-महाराजाओं की विरासत: रामगढ़, मण्डावा और मुकुंदगढ़
रामगढ़ शेखावाटी, मण्डावा और मुकुंदगढ़ की प्राचीन हवेलियां और ऐतिहासिक मंदिर भी न्यू ईयर के दौरान पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहते हैं। ये स्थल न केवल इतिहास की झलक दिखाते हैं बल्कि सुकून और आनंद का अनुभव भी कराते हैं।
सीकर का गौरव: गोपीनाथ और विजय गणेशजी मंदिर
सीकर शहर के स्थानीय नागरिक नए साल की शुरुआत सुभाष चौक स्थित गोपीनाथ मंदिर और फतेहपुरी गेट के पास विजय गणेशजी के मंदिर में शीश झुकाकर करते हैं। ये मंदिर न केवल ऐतिहासिक हैं बल्कि आस्था का प्रगाढ़ केंद्र भी हैं।
धार्मिक स्थलों की बढ़ती लोकप्रियता
शेखावाटी के धार्मिक स्थल और यहां की अनोखी केमिस्ट्री प्रवासियों को बेहद पसंद आती है। यही कारण है कि हर साल नए साल का जश्न मनाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। नए साल के स्वागत के लिए शेखावाटी क्षेत्र तैयार है। आप भी इस खास अनुभव का हिस्सा बनें और आस्था एवं पर्यटन के इस अद्भुत संगम का आनंद लें।