Sikar bandh Today News: राजस्थान के सीकर जिले में आज जनसामान्य से लेकर वकीलों तक, हर तबका एकजुट होकर सड़कों पर उतरा है। सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला बनाने के निर्णय को रद्द किए जाने के खिलाफ अभिभाषक संघ के नेतृत्व में जिलेभर में बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद को 100 दिनों से कलेक्ट्रेट पर चल रहे धरने की अगली कड़ी माना जा रहा है, जिसे अब सामाजिक, राजनीतिक और व्यापारिक संगठनों का व्यापक समर्थन मिल चुका है।
पिछली सरकार का फैसला, नई सरकार की वापसी
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने सीकर को संभाग और नीमकाथाना को नया जिला घोषित किया था। लगभग 19 महीने तक इस निर्णय के अनुसार प्रशासनिक गतिविधियां भी प्रारंभ हो चुकी थीं। लेकिन नई भाजपा सरकार ने वर्षांत में इस आदेश को रद्द कर दिया। इस कदम ने जनता, अधिवक्ताओं और संगठनों के बीच नाराजगी को जन्म दिया। अब 50 से अधिक संगठन इस विरोध की अगुवाई कर रहे हैं, जिनमें कांग्रेस, माकपा, आरएलपी, शिक्षक संगठनों के साथ-साथ छात्र संगठन SFI और NSUI भी शामिल हैं।
क्या रहेगा ठप?
- बाजार और व्यापारिक गतिविधियां: अधिकांश बाजार, दुकानें, मॉल और रेहड़ी-पटरी वाले प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। व्यापारिक संगठनों ने स्वेच्छा से बंद का समर्थन किया है।
- शिक्षण संस्थान: स्कूल और कॉलेजों पर भी बंद का असर दिख सकता है। कुछ स्थानों पर आंशिक रूप से खुलने की संभावना बनी हुई है।
- निजी प्रतिष्ठान: फैक्ट्रियां, वर्कशॉप्स और निजी दफ्तर भी आज बंद रहेंगे, क्योंकि बंद के समर्थकों ने लोगों से सहयोग की अपील की है।
- यातायात व्यवस्था: सार्वजनिक परिवहन पर असर पड़ सकता है। कई इलाकों में बसें कम दिखाई दे सकती हैं और जाम की स्थिति बनने की आशंका है।
किन सेवाओं को मिलेगी छूट?
- चिकित्सा सेवाएं: अस्पताल, एम्बुलेंस, मेडिकल स्टोर आदि खुले रहेंगे ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो।
- पुलिस और अग्निशमन विभाग: सुरक्षा से जुड़ी सेवाएं पहले की तरह सक्रिय रहेंगी।
- दूध और ईंधन आपूर्ति: डेयरियां और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे, ताकि आम जनजीवन प्रभावित न हो।
प्रशासन मुस्तैद, सुरक्षा चाकचौबंद
सीकर जिला प्रशासन और पुलिस महकमा पूरी तरह सतर्क है। शहर के प्रमुख क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अतिरिक्त टीमों को तैनात कर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली गई है।