April Me Shadi Muhurat 2025: सूर्य के कुंभ से मीन राशि में प्रवेश के साथ खरमास की शुरुआत हो गई है। बृहस्पति की राशि में सूर्य के गोचर के कारण अब एक महीने तक शदियों सहित सभी शुभ कार्यों पर रोक रहेगी। 14 अप्रेल को सूर्य के मीन से मेष राशि में प्रवेश करने पर ही मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो सकेंगे।
ज्योतिषाचार्य व पंडित रामचंद्र जोशी ने बताया कि सूर्य के उच्च अंश की कक्षा मेष राशि में मानी जाती है। मीन राशि में सूर्य का अंश कमजोर होता है। जब सूर्य का मीन राशि को छोड़कर मेष राशि में परिवर्तन होता है तो सूर्य का अंश बढ़ जाता है। सूर्य उच्च अंश में आकर सकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। यही कारण है कि चैत्र और वैशाख मास में सूर्य का मेष राशि में परिभ्रमण होता है और यहीं से फिर मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है।
फिर तीन महीने रहेगी शादियों की बहार
पंडित जोशी ने बताया खरमास खत्म होने के बाद विवाह, सगाई, मुंडन संस्कार व गृह प्रवेश सरीखे मांगलिक कार्य 14 अप्रैल से फिर शुरू होंगे। इसके बाद अप्रैल व मई महीने में शादी के आठ— आठ मुहूर्त होंगे। जबकि जून में चार व जुलाई में एक ही दिन शहनाई बज सकेगी। चार जुलाई को भड़ली नवमी के सावे के दो दिन बाद देवशयनी एकादशी से फिर शादियों पर ब्रेक लग जाएगा। ये ब्रेक देव उठनी एकादशी तक रहेगा।
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तीन महीने ये रहेंगे शादियों के मुहूर्त
पंडित जोशी के अनुसार अप्रैल महीने में शादी व अन्य मांगलिक कार्यों के मुहूर्त 24,16,28,20,21,22,29 व 30 अप्रैल को है। इसी तरह मई महीने में 5,7,8,13,17,18,24 व 28 मई को, जून में 1,4,7,9 तथा जुलाई में 4 तारीख को शुभ व मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे। इसके बाद देवशयनी एकादशी के साथ सावों पर चार महीने का विराम लग जाएगा।