Ganesh Atharvasheesh Path-गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ भगवान गणेश जी को समर्पित है। यह एक तरह की वैदिक प्रार्थना है जिसे करने से भगवान गणेश आप के जीवन के सभी अमंगल को दूर करते हैं और आपके जीवन में मांगलता आने का आशीर्वाद देते हैं। भगवान गणेश को विघ्न हर्ता कहा जाता है जिसका मतलब है आप पर आने वाले सभी विघ्नों और बाधाओं को यह हर लेते हैं। अगर आप के जीवन में भी इस समय अमंगल समय चल रहा है तो आप को गणेश जी का यह पाठ बुधवार के दिन जरूर करना चाहिए क्योंकि बुधवार का दिन भगवान गणेश जी को समर्पित होता है। आइए जान लेते हैं इसकी विधि और लाभों के बारे में।
इन्हें जरूर करना चाहिए यह पाठ
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अगर आपकी कुंडली में राहु, केतु, शनि के अशुभ प्रभाव पड़ रहे हैं तो आपके लिए यह पाठ करना काफी शुभ साबित हो सकता है। यह नकारात्मक प्रभाव कम किए जा सकते हैं। ऐसे लोगों को गणेश जी का यह पाठ प्रतिदिन करना चाहिए। आपकी मुसीबतें काफी कम हो सकती है।
अगर पढ़ाई में आपका ध्यान नहीं लगता है या फिर आप को पढ़ने को बिलकुल ही मन नहीं करता है तो (Ganesh Atharvasheesh Path) इस पाठ का रोजाना जाप करने से आप की एकाग्रता बढ़ती है और आप का ध्यान लगाना शुरू हो जाता है।
लाभ (Ganesh Atharvasheesh Path)
यह पाठ करने से आप के अशुभ ग्रह शांत होते हैं और भाग्य के कारक ग्रह बलवान होते हैं।
इस पाठ को करने से मानसिक शांति मिलती है और आपका आत्म विश्वास बढ़ता है। इससे आपका दिमाग स्थिर रह पाता है और आप अच्छे निर्णय ले पाने में सक्षम होते हैं।
नियमित इस पाठ को करने वाले लोगों के जीवन में स्थिरता आती है। आपके रुके हुए काम बनने लगते हैं और बाधाएं भी टलने लगती हैं।
अगर शाम के समय इस पाठ को गणपति से जुड़े विशेष दिनों में 21 बार करते हैं तो आप को दोगुने लाभ मिलते हैं।
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