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Krishna Janmashtami 2025: रोहिणी नक्षत्र की अनुपस्थिति से भक्तों में असमंजस, जानें पूजा का सही समय और तिथि

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Krishna Janmashtami 2025: कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 16 अगस्त को मनाया जाएगा। इस वर्ष रोहिणी नक्षत्र की अनुपस्थिति से भक्तों में असमंजस है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रोहिणी नक्षत्र में पूजा शुभ मानी जाती है। पूजा का शुभ मुहूर्त मध्य रात्रि 12:05 से 12:47 तक होगा।

Naveen Parmuwal
Written by: Naveen Parmuwal - Deputy Editor
2 Min Read

Krishna Janmashtami 2025: कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व का विशेष महत्व है क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का प्रतीक है। इस साल जन्माष्टमी 16 अगस्त को पड़ेगी, लेकिन रोहिणी नक्षत्र की अनुपस्थिति ने भक्तों में असमंजस पैदा कर दिया है।

जन्माष्टमी की तिथि और नक्षत्र का महत्व

हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी मनाई जाती है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में कंस के कारागार में अष्टमी तिथि को हुआ था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन रोहिणी नक्षत्र में पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस साल, अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र नहीं होने के कारण भक्तों के बीच पूजा के समय को लेकर दुविधा है। शास्त्रों के अनुसार, अर्धरात्रि में रोहिणी नक्षत्र के योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से तीन जन्मों के पाप नष्ट होते हैं और शत्रुओं का दमन होता है।

रोहिणी नक्षत्र की अनुपस्थिति में पूजा का समय

इस बार 16 अगस्त को अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र नहीं है। जो भक्त रोहिणी नक्षत्र के अनुसार पूजा करते हैं, वे 17 अगस्त को व्रत रखेंगे। वहीं, अष्टमी तिथि के अनुसार व्रत और पूजा 16 अगस्त को होगी। इस दिन मध्य रात्रि 12:05 से 12:47 के बीच कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस अवधि में 43 मिनट का शुभ मुहूर्त रहेगा।

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रोहिणी नक्षत्र का आगमन और समापन

रोहिणी नक्षत्र 17 अगस्त को शाम 4:38 पर शुरू होगा और 18 अगस्त को सुबह 3:17 पर समाप्त होगा। इसलिए, जो लोग नक्षत्र के अनुसार पूजा करना चाहते हैं, वे इस समय का ध्यान रखें। जन्माष्टमी का यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति और श्रद्धा का विशेष अवसर है, जिसे हर भक्त अपनी आस्था के अनुसार मनाता है।

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नवीन पारमुवाल एक युवा डिजिटल पत्रकार और अनुभवी कंटेंट विशेषज्ञ हैं। राजस्थान के सीकर से ताल्लुक रखने वाले नवीन ने पिछले 6 सालों में डिजिटल मीडिया और न्यूज इंडस्ट्री में काम किया है। उन्होंने राजस्थान के नंबर वन अखबार राजस्थान पत्रिका से अपने करियर की शुरुआत की। जमीनी स्तर पर रिपोर्टिंग के जरिए उन्होंने लोकल मुद्दों, घटनाओं और समाज से जुड़ी खबरों को नजदीक से देखा और पाठकों तक पहुंचाया।बाद में पत्रिका.कॉम के साथ डिजिटल पत्रकारिता में कदम रखते हुए नवीन ने प्रदेश, राजनीति, व्यापार, तकनीक, मनोरंजन और अंतरराष्ट्रीय खबरों जैसे अहम मोर्चों को संभाला। उन्होंने ईटीवी भारत और वनइंडिया हिंदी जैसे न्यूज प्लेटफॉर्म्स पर काम करते हुए न्यूज एडिटिंग, कंटेंट मैनेजमेंट और होमपेज ऑपरेशंस में अपनी गहरी पकड़ बनाई।तेज और सटीक रिपोर्टिंग के साथ-साथ SEO ऑप्टिमाइजशन और ऑडियंस एंगेजमेंट में उनकी दक्षता ने उन्हें डिजिटल मीडिया में अलग पहचान दिलाई।पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें पंडित झाबरमल शर्मा पत्रकारिता पुरस्कार (डिजिटल) और गोल्डन अवॉर्ड- पत्रिका.कॉम प्रमुख हैं।
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