Ujjain Mahakal Palki 2024 Date: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की सावन माह में निकलने वाली सवारियों का भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस साल श्रावण और भादो महीने में भगवान महाकाल की कुल सात सवारियां (Ujjain Mahakal Sawari) निकलेंगी।
भादो महीने में भगवान महाकाल की अंतिम शाही सवारी 2 सितम्बर को निकाली जाएगी। श्रावण में पाँच और भादो में दो सवारियों का आयोजन होगा। भगवान महाकाल की सवारियों को लेकर तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं।
श्रावण और भादो महीने में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों को देखने के लिए देशभर से शिव भक्त उज्जैन आते हैं। इसके चलते सवारी की तैयारियां एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती हैं।
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श्रावण माह में महाकालेश्वर मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं को अधिकतम सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, और नगर निगम की टीमों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बाबा महाकाल की सवारी की तारीखें इस प्रकार हैं (Ujjain Mahakal Palkhi 2024 Date)
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि श्रावण और भादो महीने की सवारियों का क्रम इस प्रकार है –
- पहली सवारी सोमवार 22 जुलाई,
- दूसरी सवारी सोमवार 29 जुलाई,
- तीसरी सवारी सोमवार 5 अगस्त,
- चौथी सवारी सोमवार 12 अगस्त,
- पाँचवी सवारी सोमवार 19 अगस्त
श्रावण माह में उपरोक्त तारीखों को सवारी निकाली जाएंगी। वहीं भादो माह में छठी सवारी सोमवार 26 अगस्त। अंतिम शाही सवारी सोमवार 2 सितम्बर को निकाली जाएगी।
श्रावण और भादो महीने के दौरान सामान्य दर्शन व्यवस्था त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नन्दी द्वार, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फेसिलिटी सेंटर-1, टनल मंदिर परिसर, कार्तिक मंडपम, और गणेश मंडपम से होगी। भारत माता मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालु शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसिलिटी सेंटर-1 एवं टनल मंदिर परिसर, कार्तिक मंडपम, गणेश मंडपम से दर्शन कर निर्माल्य द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर निकलेंगे।
शीघ्र दर्शन व्यवस्था (250 रुपये) द्वार नम्बर-4 और 5 के रास्ते विश्रामधाम रेम्प, सभा मंडपम होते हुए गणेश मंडपम से भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर निर्गम द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर निकलेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए बड़ा गणेश मंदिर के समीप जूता स्टैंड की व्यवस्था होगी। त्रिवेणी द्वार की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मानसरोवर भवन के समीप जूता स्टैंड की व्यवस्था होगी। भारत माता मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासनिक कार्यालय के समीप जूता स्टैंड बनाया जाएगा।