Ganesha Strotam– श्री गणेश स्त्रोतम को नारद पुराण से लिया गया है और यह भगवान गणेश का सबसे प्रभावी स्त्रोतम है। भगवान श्री गणेश को विघ्न हरता कहा गया है इसलिए इनके (Ganesha Strotam) स्त्रोतम का उच्चारण करने से आपके जीवन की सभी परेशानियों और बाधाओं का नाश हो सकता है। इसका उच्चारण करने से मनुष्य के सभी दुखों का निवारण हो सकता है। इसलिए अगर आप भगवान गणेश की अराधना करते हैं और चाहते हैं की वह आपको सभी कष्टों से बाहर निकालें तो आप गणेश स्त्रोतम का उच्चारण करना शुरू कर सकते हैं।
गणेश स्त्रोतम से क्या क्या परिणाम मिलते हैं?
अगर कोई व्यक्ति पूरे मन से और सच्ची श्रद्धा से उनकी पूजा करता है तो भगवान गणेश उनके जीवन की सभी बाधाओं का नाश करके उनके जीवन में खुशियां भर सकते हैं। जो लोग कैरियर, पढ़ाई, जॉब आदि में परेशानियां महसूस कर रहे हैं उन्हें यह स्त्रोतम रोजाना जरूर पढ़ना चाहिए। रोजाना की व्यक्तिगत जीवन में आने वाली समस्याएं भी इस से दूर की जा सकती हैं। ऐसा माना जाता है की यह स्त्रोतम 6 महीने के अंदर अंदर ही आपको अच्छे नतीजे दिखाना शुरू कर देता है। लेकिन अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको सच्चे मन और बिना किसी संकोच लाए भगवान पर भरोसा करके उनकी पूजा करनी होगी। अगर आप एक साल तक (Ganesha Strotam) का उच्चारण करते हैं तो आपके काफी शुभ काम बनना शुरू होने लगेंगे।
गणेश स्त्रोतम का उच्चारण कैसे करना चाहिए?
बुधवार को Ganesha Strotam का उच्चारण करना सबसे शुभ माना जाता है। आपको पूर्व दिशा में मुंह करके एक मैट पर दोनों पैरों को एक दूसरे के ऊपर रख कर बैठ जाना चाहिए। भगवान गणेश की एक मूर्ति की स्थापना करें। मंत्रों का उच्चारण करने से पहले आपको भगवान गणेश दुर्व घास समर्पित करनी चाहिए। इसे एक कॉपर के ग्लास के ऊपर रखें। आप अपने हिसाब से इस स्त्रोतम को 1/3/5/7/11 या 21 बार पढ़ सकते हैं। इसको खत्म करने के बाद आप पानी पी सकते हैं। नतीजे पाने के लिए भगवान गणेश के प्रति अटूट श्रद्धा का होना बेहद जरूरी है।