Lok Sabha Chunav 2024: देश में लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग (Election Commission) ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 का शेड्यूल (Lok Sabha Election 2024 Schedule) जारी कर दिया है। देश में कुल 7 चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण की शुरुआत 19 अप्रैल 2024 को होगी। इसके बाद दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई और सातवां चरण 1 जून को होगा। 4 जून 2024 को एक साथ नतीजे घोषित किए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 अब तक सबसे ऐतिहासिक चुनाव रहेगा। इसके लिए चुनाव आयोग ने कई स्तर पर तैयारियां की हैं। उन्होंने कहा कि देश में निष्पक्ष और बिना हिंसा के चुनाव कराना हम सबकी जिम्मेदारी है। कोई भी चुनाव में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
इसके लिए हम दो साल से तैयारी कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि मसल पावर, मनी पावर, मिसइनफॉर्मेशन और वायलेशन ये चार तरह की चुनौतियां आयोग के सामने हैं। मसल पावर को कंट्रोल के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबल की तैनाती की जाएगी।
लोकसभा चुनाव 2024 में क्या कुछ रहेगा खास? (Lok Sabha Election 2024 highlights)
लोकसभा चुनाव 2024 में करीब 97 करोड़ लोग मतदान करेंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा 96.88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि देश के 12 राज्य ऐसे हैं, जहां महिला वोटरों की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्यादा हो गई है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाताओं में 85 लाख तो महिला मतदाता हैं। 17 से ज्यादा उम्र के 13.4 लाख नए मतदाताओं की अग्रिम अर्जियां हमारे पास आ चुकी हैं। ये ऐसे वोटर होंगे, जो 1 अप्रैल को 18 साल की उम्र पूरी कर लेंगे।
नो हेट स्पीच, नो हिंसा, नो पर्सनल अटैक: EC
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की जब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार घोषणा कर रहे थे, तो उन्होंने ‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों…’ शायरी के साथ राजनीतिक दलों और पार्टी कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी। इस बार चुनाव आयोग बेहद ही सख्त के मुड में है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि चुनावों में हेट स्पीच की कोई जगह नहीं है। नेता या कार्यकर्ता हेट स्पीच का उपयोग करने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहे। वहीं, इस बार अगर कोई चोरी छिपे कोई नेता या कार्यकर्ता धनबल का उपयोग करता है, तो जांच एजेंसियां उन पर तुरंत एक्शन लेगी।
सोशल मीडिया पर फर्जी खबर फैलाने पर पुलिस व जांच एजेंसियों की पैनी नजर रहेंगी। अगर कोई ऐसा करना पाया तो सीधे सलाखों के पीछे होगा। चुनाव कैंपेन के दौरान कोई भी नेता या कार्यकर्ता किसी पर भी पर्सनल अटैक नहीं करेगा। अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ आयोग कार्रवाई कर सकती है।
राजनीतिक दल बच्चों की तस्वीर का उपयोग नहीं कर सकेंगे। इस पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अखबार और टीवी चैनलों पर गलत या भ्रामक राजनीतिक विज्ञापन देने पर भी एक्शन लिया जाएगा।