World Savings Day 2024: वर्ल्ड सेविंग्स डे हर वर्ष 30 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह लोगों और समाज दोनों के लिए पैसे बचाने के फायदों के बारे में बताता है। यह दिन हमें अपने पैसे का समझदारी से इस्तेमाल करने और बचत करने के लिए प्रेरित करता है। एक सर्वे के अनुसार, यह माना गया कि जो पति-पत्नी मिलकर सेविंग करते हैं या अपना फाइनेंशियल गोल लेकर चलते हैं, वह आर्थिक रूप से अधिक खुश रहते हैं। सेविंग करना आज के दौर में सबसे जरूरी हो गया है। पति पत्नी अगर थोड़ी सी समझदारी दिखाए तो वह दोनों मिलकर बड़ी बचत कर सकते हैं, जो उनके भविष्य को सुरक्षित बनाता है।
मिलकर खर्च और बचत करने के कई फायदे
एक रिपोर्ट अनुसार, 43 % जोड़ों ने कहा कि उनके पास केवल ज्वाइंट बैंक अकाउंट्स हैं। इसी पोल में 34 फीसदी जोड़ों के पास ज्वाइंट और इंडिविजुअल अकाउंट्स का मिश्रण है, और 23% लोग अपने वित्तीय मामलों को पूरी तरह से अलग रखते हैं।
कैसे करें मिलकर बचत?
01. पत्नी को बनाएं अपना बैंक!
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नोटबंदी के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए थे, जिसमें पत्नियों ने पति से छिप कर कुछ पैसे बचाकर रखे थे, जो किसी आकस्मिक समय में परिवार के काम आ सकते थे। हालांकि, पति पत्नी के बीच कुछ भी छिपा नहीं होना चाहिए। लेकिन, कभी कभी छिपा कर रखी गई चीजें और धन आपातकालीन स्थिति में बड़े काम आते हैं। कहने का अर्थ कि बचन करने में पत्नी आपकी बड़ी मददगार साबित हो सकती है। अगर आप अपनी पत्नी पर इतना भरोसा रखते हैं कि वह फिजूल खर्च नहीं करती और वह केवल जरूरत की ही चीजें आपके दिए हुए पैसों से खरीदती है, तो आप उसे उसकी जरूरत से कुछ अधिक पैसा दे सकते हैं। मान लीजिए कि आपकी पत्नी को घर का राशन लाना हो और उसके लिए 900 रुपये मांगे तो आप उसे 1000 हजार रुपये दे सकते हैं। इससे होगा क्या कि 100 रुपये जो अतिरिक्त दिए, वह उसे बचत के रूप में जोड़ सकती है। इसी तरह आप चाहे तो पत्नी को महीने के हिसाब से पॉकेट मनी के रूप में कुछ पैसे दे सकते हैं। ऐसा करने से कुछ सालों बाद जब आपको जीवन में किसी आर्थिक मुसीबत का सामना करना पड़े, तो यह पैसे आपके बड़े काम आ सकते हैं।
1.ज्वाइंट अकाउंट- शादीशुदा जीवन में एक-दूसरे के खर्च पर नियंत्रण और नजर रखने के लिए ज्वाइंट बैंक अकाउंट खुलवाना अच्छा फैसला होता है। इस अकाउंट में घर खर्च के लिए सैलरी का एक हिस्सा रखना चाहिए। इसके अलावा, दोनों अपना-अपना पर्सनल अकाउंट रखें जिनमें अपने खर्चों के लिए पैसे डालें।
2. मिलकर बनाएं वित्तीय बजट- फिजूलखर्ची से बचने के लिए मिलकर बजट बनाना अच्छी आदत है। इससे फाइनेंशियल टारगेट को सेट करने में मदद मिलती है। इसके लिए जरूरी है कि दोनों पार्टनर मिलकर प्लान करें।
3. कैश से करें शॉपिंग- क्रेडिट कार्ड के बजाय कैश से शॉपिंग करने से पैसा बचाने में काफी मदद मिलती है। अगर खर्च नियंत्रण में नहीं है तो आप जीवनसाथी को क्रेडिट कार्ड सरेंडर करने के लिए कह सकते हैं। इसके अलावा कोशिश करें कि ऑनलाइन शॉपिंग कम करें और अपने साथी को भी ऐसा करने के लिये कहे।
4.इमरजेंसी फंड जुटाएं: भविष्य में आने वाली किसी भी परेशानी से निपटने के लिए 5-6 महीने के खर्च के बराबर इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं।
5. इंश्योरेंस करवाएं: अगर आप दोनों कमाते हैं तो दोनों के लिए लाइफ इंश्योरेंस करवाएं। साथ ही, कम से कम 15-20 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस भी लें। इतना ही नहीं, अपने सभी गाड़ी और घर जैसी चीजों का भी इंश्योरेंस करवाएं।
6. सही जगह इन्वेस्टमेंट करें:
अपने लक्ष्यों के हिसाब से SIP (Systematic Investment Plan) करते रहे। आप चाहे तो एक ऐसा इन्वेस्टमेंट भी कर सकते हैं जो किसी पर्टिकुलर चीज के लिए हो।
7. प्लान बी तैयार रखें:
आप अपनी जिंदगी के लिए कुछ प्लानिंग करते हैं यह बहुत ही अच्छी बात है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि आपकी जिंदगी आपके हिसाब से नहीं चलती तो आपको प्लान बी भी तैयार रखना है चाहे वह प्लान बच्चों का पैदा होना हो चाहे कोई आकस्मिक जरूरत हो।
शादीशुदा जोड़ों के लिए फाइनेंशिल प्लानिंग करना बहुत जरूरी है। एक अनुमान के अनुसार, आपको अपनी सैलरी का 10 फीसदी हिस्सा बचत के रूप में रखना चाहिए। आप चाहे तो डाक घर, एलआईसी की विभिन्न योजनाओं में निवेश कर सकते हैं। आप देखेंगे कि आप जल्दी ही काफी पैसा बचा पाएंगे।