Rajasthan Heavy Rainfall: राजस्थान के कई इलाके भारी बारिश के कारण जलमग्न हैं। बरसात में सीकर, टोंक, बीकानेर सहित 5 जिलों में बरसात का कहर दिख रहा है। इस कारण स्कूल बंद हो चुके हैं तो कहीं लोग जल जमाव में घिरे हैं।
टोंक में बारिश का कहर (Tonk Heavy Rainfall)
टोंक जिले में पहली ही बारिश में बाढ़ जैसी स्थिति दिखने लगी है। यहां मालपुरा उपखंड में गुरुवार की रात 8 बजे से शुक्रवार दोपहर 3 बजे तक जिले में सर्वाधिक 135 मिलीमीटर रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। इस कारण बाढ़ जैसे हालात हैं।
टोंक में डूबा स्कूल
इस भयंकर बारिश के कारण एक स्कूल के जल मग्न होने की खबर सामने आई है। मालपुरा कस्बे के बीचोबीच पीएमश्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन के सभी कमरे जलमग्न हो गए हैं। इसलिए स्कूल को बंद करना पड़ा है।
कई मकान ढहे, फंसे लोग
सहोदरा नदी में जबरदस्त ऊफान देखने को मिल रहा है। इस कारण नदी का पानी चांदसेम गांव में घुस गया है। इसलिए गांव के कई मकान गिर गए और जल मग्न हो गए हैं। यहां फंसे लोगों को बचाया जा रहा है। मालपुरा कस्बे का तालाब भी पूरी तरह से लबालब हो चुका है। लगातार बारिश के चलते सड़कों का कटाव व उनके क्षतिग्रस्त हो जाने से आवाजाही बंद हो चुकी है।
सीकर में डूब सकते हैं कई इलाके?
सीकर में भी कई इलाके जलमग्न दिख रहे हैं। यहां पर पहली बारिश में ही हालत खस्ता दिख रही है। इसको लेकर FM Sikar की ग्राउंड रिपोर्ट आप पढ़ सकते हैं। कैसे सीकर पहली बारिश में डूबता दिख रहा है।
करौली में भी बारिश का कहर
पूर्वी राजस्थान के करौली में हाईवे पर पानी भर गया है। इससे यहां पर जाम की समस्या दिख रही है। जबकि शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए। इससे वाहन चालक गिर भी पड़े। बता दें, जिले में सुबह 4 घंटे से भी ज्यादा बारिश हुई।
बीकानेर में तीन की मौत
बीकानेर जिले में भी बारिश खूब हो रही है। यहां बीछवाल थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक कारखाने की दीवार ढह जाने से एक बच्ची सहित तीन लोगों की मौत की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि बारिश के कारण दीवार ढहने से ऐसा हुआ है।
जैसलमेर में पुल बहा, कई इलाके जलमग्न
जैसलमेर में भी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। यहां पर काक नदी पर बना पुल पानी में बह गया जिसके कारण गांव में कई लोग फंस गए। साथ ही एनएच पर जल जमाव के कारण भयंकर जाम की समस्या देखने को मिली।
ये भी पढ़िए- Rajasthan Weather: राजस्थान में पहली बारिश में दिखती बर्बादी, डूबा मंदिर, काक नदी का पुल बहा, कार-बाइक भी…