Sikar Nagar Parishad: सीकर नगर परिषद अपने बेहतरीन काम के लिए चर्चा में है। शहर के कई टन कचरा से खाद बनाने का काम किया जा रहा है। ये जैविक खाद (Jaivik Khad) काफी सस्ते दामों पर बिक रहे हैं।
सीकर नगर परिषद की जैविक खाद बनाने का काम सालों से चल रहा है। शहर के घरों के किचन से निकलने वाला कचरा खेती के लिए यूज किया जा रहा है। इस कचरा को कई तरीकों से छांटने के बाद नगर परिषद खाद बना रही है। इससे कचरा का उपयोग हो रहा है और किसानों को सस्ते दामों पर जैविद खाद मिल रहा है।
सीकर में बन रहा है जैविक खाद
सीकर में जैविक खाद बनने से स्थानीय किसानों को फायदा मिल रहा है। इसके फायदे कई रूप में हैं। ये खाद जमीन को उर्वरा शक्ति को नैचुरल तरीके से बढ़ाने का काम करती है। इससे तैयार फसल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होंगे। साथ ही रासायनिक खादों के इस्तेमाल से जमीन और स्वास्थ्य दोनों को बचाया जा सकता है। इस खाद का इस्तेमाल नर्सरी के लिए भी किया जाता है।
जैविक खाद की कीमत बेहद कम
FM Sikar के साथ जैविक खाद के सुपरवाइजर ने बताया है कि अगर आप बाजार में ये जैविक खाद अन्य कंपनियों के खरीदने जाएंगे तो वो अधिक दाम पर बिक रहे हैं। बाजार में जैविक खाद 10-20 रुपए किलो तक मिलते हैं। मगर सीकर नगर परिषद का जैविक खाद सिर्फ 2 रुपए किलो दिया जा रहा है। इतना ही नहीं ट्रैक्टर आदि में लोड करने और वजन करने का भी कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। साथ ही ये 40 किलो का एक पैकेट भी देते हैं जिसके लिए 100 रुपए देना होता है।
ये भी ध्यान दें कि ये खाद फिलहाल बाजार में नहीं बेचा जा रहा है। इसको लेने के लिए सीकर नगर परिषद के जैविक खाद प्लांट पर आपको जाना होगा।नगर परिषद नो लोस नो प्रोफिट के आधार पर दो रुपए प्रति किलो के आधार पर खाद बेच रही है।
5 हजार किसान जुड़े हैं इनके साथ
सुपरवाइज ने ये भी बताया कि ये जैविक खाद पूरी तरह सुरक्षित है। इसकी कई चरणों में जांच की जाती है। इसके बाद ही किसानों को बेचा जा रहा है। साथ ही अब तक 5 हजार किसान इनके साथ जुड़ चुके हैं और जैविक खाद से खेती करना शुरू कर दिए हैं।
FM Sikar ने जैविक खाद को लेकर बातचीत की है, देखिए वीडियो