Karauli News: राजस्थान में बारिश मौत बनकर बरस रही है। मगर इस बीच कुछ साहस की कहानी भी आ रही है। करौली के एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की ऐसी ही कहानी (Karauli Elderly Man Drowning Story) सामने आई है।
करौली जिले में पिछले 36 घंटे से खूब बारिश हो रही है। अभी भी वहां बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। ऐसे में इस जिले की नदियों में उफान है। इस कारण नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। रविवार को शाम में तिघरिया गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर महू पुल के नीचे नदी में एक बुजुर्ग बह गया था। उस बता दें, बुजुर्ग शख्स की पहचान जगमोहन ( 65) निवासी गांव तिघरिया, थाना नई मंडी के रूप में की गई।
करौली के बुजुर्ग के नदी में डूबने की कहानी है साहस से भरी
बुजुर्ग के डूबने की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। लेकिन उसे बचाने के लिए कई घंटों तक कोई नहीं पहुंचा। दूसरी ओर, बुजुर्ग को तैरना नहीं आता था और उम्र के कारण भी लोगों को ऐसा लगा कि वो डूब गए होंगे। मगर इस विषम परिस्थिति में भी वो बुजुर्ग हिम्मत नहीं हारे।
कहा जाता है ना डूबते को तिनका का सहारा।
उनको भी डूबने के दौरान एक पेड़ का सहारा मिल गया। वो उस पेड़ को कसकर पकड़ लिए। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग ने करीब तीन घंटे तक तेज बहाव में पेड़ को पकड़े रखा। इस कारण ही वो नदी में डूबने से बच गए। लेकिन उनको उफान मारती नदी से निकालने का काम आसान नहीं था।
कांस्टेबल ने जान की बाजी लगाई लेकिन बचा ना पाए
उनको बचाने आए कांस्टेबल जोगेंद्र सिंह, निरंजन सिंह और करतार तीनों मौके पर पहुंचे। पुलिसवालों ने भी बुजुर्ग को बचाने की ठान ली। कांस्टेबल निरंजन और जोगेंद्र दोनों ने मिलकर खुद को रस्सी से बांध कर नदी में कूद पड़े। लेकिन बुजुर्ग को बचाने में वो असफल रहे।
एसडीआरएफ की टीम ने नदी से निकाला
इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। जब एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची तब जाकर बोट की मदद से उस बुजुर्ग को नदी के बीच से बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया।