HMPV Virus Alert in India: चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। रोजाना इसकी जद में कई लोग आ रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा देखा गया है। वहीं, अब इस वायरस को लेकर अन्य देशों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। भारत सरकार ने भी इस वायरस की स्थिति पर करीबी निगरानी रखने का फैसला लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भारत में इस समय HMPV के मामलों में कोई महत्वपूर्ण बढ़ोतरी नहीं हुई है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS), डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि, “HMPV वायरस सांस से जुड़ी बीमारियां उत्पन्न कर सकता है, लेकिन वर्तमान में भारत में घबराने जैसा कोई कारण नहीं है। यह वायरस सामान्य जुकाम और फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न कर सकता है, और मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है।”
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भारत में HMPV की स्थिति पर निगरानी
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) ने जानकारी दी कि चीन में HMPV के मामलों की बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए, भारत में श्वसन संक्रमण और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों की नियमित निगरानी की जा रही है। NCDC अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है और स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने दिसंबर 2024 तक के आंकड़ों का विश्लेषण किया है और श्वसन संक्रमण के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं पाई है। देशभर के स्वास्थ्य संस्थानों से भी HMPV के मामले सामने नहीं आए हैं।”
सर्दियों में श्वसन संक्रमण की बढ़ोतरी
डॉ. गोयल ने यह भी कहा कि सर्दियों के दौरान श्वसन संक्रमण की संख्या में सामान्यतः वृद्धि होती है। इस समय अस्पतालों में आवश्यक दवाइयों और बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया, “हमारे अस्पतालों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि कोई भी मरीज उचित उपचार प्राप्त कर सके।”
HMPV से बचाव के लिए सावधानियां
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से सांस से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए सामान्य सावधानियां बरतने की अपील की है। मंत्रालय ने कहा, “अगर किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम या सर्दी है, तो उन्हें दूसरों से संपर्क करने से बचना चाहिए। मास्क का उपयोग करें, नियमित रूप से हाथ धोएं, और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें। साथ ही, शारीरिक दूरी बनाए रखें।”
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि HMPV और अन्य श्वसन संक्रमणों से बचने के लिए इन उपायों को अपनाना जरूरी है। इससे न केवल व्यक्ति, बल्कि समाज भी सुरक्षित रहेगा।