Rajasthan Gargi Puraskar Yojana 2024: राजस्थान सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गार्गी पुरस्कार की शुरुआत की। इस पुरस्कार का नाम प्राचीन भारत की महान महिला विदुषी और दार्शनिक गार्गी के नाम पर रखा गया। यह पुरस्कार उन छात्राओं को दिया जाता है जिन्होंने दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसका उद्देश्य बालिकाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाना और उन्हें शिक्षा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है। इस साल राजस्थान में 3.39 लाख बालिकाओं को इस पुरस्कार के लिए योग्य माना गया है, पर अब तक केवल एक लाख ने ही आवेदन किया है।
आवेदन करने की अंतिम तिथि
इस योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित की गई है। इसके बाद, कोई भी योग्य बालिका आवेदन नहीं कर पाएगी। यह उन छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जिन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन किया है और जो इस पुरस्कार का लाभ लेना चाहती हैं।
आवेदन प्रक्रिया और आधिकारिक वेबसाइट
गार्गी पुरस्कार के लिए आवेदन प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है। छात्राएं शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। यह वेबसाइट है:
शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट: rajshaladarpan.nic.in
इस वेबसाइट पर जाकर छात्राएं “गार्गी पुरस्कार” के लिंक पर क्लिक करके आवेदन फॉर्म भर सकती हैं। इसके अलावा, वे अपने स्कूल के माध्यम से भी इस पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकती हैं। आवेदन करते समय छात्राओं को अपने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी अपलोड करना होगा।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
1. दसवीं या बारहवीं की अंकतालिका – छात्रा के अच्छे प्रदर्शन का प्रमाण।
2. आधार कार्ड – पहचान प्रमाण के रूप में।
3. बैंक खाता विवरण – ताकि पुरस्कार राशि सीधे खाते में स्थानांतरित की जा सके।
4. निवास प्रमाण पत्र – राजस्थान का निवासी होना आवश्यक है।
गौरव और लाभ
गार्गी पुरस्कार से न केवल छात्राओं को आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इस पुरस्कार से बालिकाएं गर्व महसूस करती हैं और उनकी पढ़ाई में प्रोत्साहन मिलता है। गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली छात्राओं को आगे के शिक्षण संस्थानों में दाखिले के समय भी प्राथमिकता मिलती है, जो उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करता है।
जागरूकता का अभाव
हालांकि यह योजना बालिकाओं के लिए लाभकारी है, परंतु अब तक कई योग्य छात्राओं ने इस योजना का लाभ नहीं उठाया है। 3.39 लाख योग्य बालिकाओं में से केवल एक लाख का आवेदन करना यह दर्शाता है कि समाज में अभी भी इस योजना के प्रति जागरूकता की कमी है। ऐसे में अभिभावकों, शिक्षकों और समाज के हर व्यक्ति को चाहिए कि वे बालिकाओं को इस योजना की जानकारी दें और उन्हें आवेदन करने के लिए प्रेरित करें।
अंतिम तिथि के करीब, जल्द करें आवेदन
सभी योग्य बालिकाओं से अनुरोध है कि वे इस अवसर को न चूकें और 30 नवंबर से पहले आवेदन अवश्य कर लें। यह सरकार की एक अनूठी पहल है जो बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।