What Is Earth Fever: बरसते मानसून के बीच पृथ्वी को बुखार होने (The planet has a fever) की खबर चल रही है। पृथ्वी को बुखार (Earth Fever) कैसे होता है और क्यों ये राजस्थान के लिए खतरे की घंटी है?
यूरोप स्थित कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस के अनुसार, पृथ्वी का तापमान जुलाई के कुछ दिनों में सबसे अधिक बढ़ा है। ये अबतक का सबसे अधिक तापमान है। पृथ्वी के इतिहास में अबतक के सबसे गर्म दिन दर्ज किए गए हैं।
60 सालों में पृथ्वी का सबसे अधिक तापमान
- 21 जुलाई- पृथ्वी का औसत तापमान रिकॉर्ड 17.9 डिग्री
- 22 जुलाई- पृथ्वी का औसत तापमान रिकॉर्ड 17.16 डिग्री
- 24 जुलाई- पृथ्वी का औसत तापमान रिकॉर्ड 17.9 डिग्री
Source- Copernicus Climate Change Service
पृथ्वी का बुखार क्या होता (What Is Earth Fever)
आप इसे आसान भाषा में समझ सकते हैं। जैसे मानव के शरीर का तापमान जब सामान्य से अधिक होता है तो उसे बुखार कहा जाता है। वैसे ही जब पृथ्वी का तापमान बहुत अधिक दर्ज होता है तो उसे पृथ्वी का बुखार कहा जाता है। ताकि सामान्य लोग भी आसानी से समझ पाएं।
हार्वड (Harvard) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2019 में भी पृथ्वी को बुखार देखने को मिला था। अब साल 2024 के जुलाई में पृथ्वी का तापमान सबसे अधिक देखने को मिला है। इस कारण ये चिंता का विषय है।
दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में राजस्थान का चुरू (Churu Hottest City in World)
राजस्थान के लिए चिंता का विषय क्यों है? क्योंकि, यूएन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 10 सबसे गर्म स्थानों में राजस्थान का चुरू भी है। चुरू का तापमान 50 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है। भयंकर गर्मी के कारण लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ेगा। लू लगने, बुखार, आदि की समस्या होगी।
भारत में हीट स्ट्रोक के मामले (Heatstroke Case In India 2024)
संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट ‘यूनाइटेड नेशन्स कॉल टू एक्शन ऑन एक्सट्रीम हीट’ के अनुसार, भारत में इस साल भीषण गर्मी के चलते मध्य जून तक 40000 से ज्यादा हीट स्ट्रोक के मामले देखे गए और 100 से ज्यादा मौतें हो गई।
हीलियम बैलून बन रही पृथ्वी, दुनिया का क्या होगा?
जिस हिसाब से पृथ्वी का तापमान बढ़ते जा रहा है। उसको देखते हुए कहा जा रहा है कि हमारी पृथ्वी अब एक हीलियम बैलून बनती जा रही है, जिसको काबू में रखना मुश्किल होता जा रहा है। इस कारण आने वाला कल मानव के लिए काल बन जाएगा।
अगर कहा जाए तो हम इस भट्ठी जैसे तपाने वाले मौसम में एक दिन भस्म ना हो जाएं!