Diwali 2024 Puja: देश भर में आज दीपावली की धूम है। दिवाली पर आज मां लक्ष्मी, गणेशजी और धन के देवता कुबेर की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। भारतीय परंपरा में झाड़ू को सिर्फ सफाई का साधन नहीं, बल्कि लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है। झाड़ू के प्रति हमारे व्यवहार से घर में सुख-समृद्धि और लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। आइए जानें, झाड़ू से जुड़ी कुछ विशेष मान्यताएं जो हमारे जीवन में सकारात्मकता ला सकती हैं।
1. झाड़ू का आदर और सम्मान
झाड़ू का सम्मान करना आवश्यक है। ऐसा माना जाता है कि झाड़ू में लक्ष्मी जी का वास होता है, इसलिए कभी भी इसे पैरों से स्पर्श नहीं करना चाहिए। यदि गलती से पैर लग जाए, तो उसे प्रणाम करें। झाड़ू का सम्मान बनाए रखना घर में धन और शांति का संचार करता है।
2. पुरानी झाड़ू का प्रयोग न करें
घर में पुरानी और टूटी-फूटी झाड़ू का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे घर की आर्थिक स्थिति में गिरावट आ सकती है। नई झाड़ू को लाते समय इसे शनिवार के दिन उपयोग में लाना शुभ माना गया है।
3. घर से बाहर जाते समय झाड़ू न लगाएं
यदि कोई व्यक्ति यात्रा पर जा रहा हो, तो उसके निकलने के तुरंत बाद झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से माना जाता है कि यात्रा में बाधाएं उत्पन्न होती हैं।
4. सूर्यास्त के बाद झाड़ू न लगाएं
शाम के समय झाड़ू लगाने से लक्ष्मी जी नाराज हो सकती हैं। सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से घर से समृद्धि का नाश होता है। इसे हमेशा सुबह या दिन के समय ही लगाना चाहिए।
5. रसोई और शयनकक्ष में झाड़ू का स्थान
झाड़ू को रसोई या शयनकक्ष में नहीं रखना चाहिए। रसोई में रखने से दरिद्रता का वास होता है, और शयनकक्ष में रखने से पति-पत्नी के संबंधों में खटास आ सकती है। इसे हमेशा छुपाकर रखें ताकि यह हर किसी को नजर न आए।
6. झूठन को झाड़ू से साफ नहीं करना चाहिए
झाड़ू का उपयोग झूठन साफ करने के लिए नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है और लक्ष्मी जी की कृपा कम हो जाती है।
7. अमावस्या को पुरानी झाड़ू का विसर्जन
घर से पुरानी झाड़ू को अमावस्या या शनिवार के दिन बाहर फेंकना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है।
इन मान्यताओं का पालन कर हम लक्ष्मी जी का आशीर्वाद पा सकते हैं और अपने घर में सुख, शांति और समृद्धि का संचार कर सकते हैं।