Clean Sikar Movement: 89.6 एफएम सीकर, दैनिक उद्योग आस पास और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में “क्लीन सीकर मूवमेंट” का आगाज हुआ, जिसका उद्देश्य सीकर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना है। यह अभियान गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला स्टेडियम में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान शुरू किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा मौजूद थे, जिन्होंने इस अभियान का पोस्टर विमोचन किया और साथ ही 89.6 एफएम सीकर की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
#CleanSickerMovement 89.6 एफएम सीकर और दैनिक उद्योग आस पास ने मिलकर #सीकर को स्वच्छ बनाने की मुहिम शुरू की। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने इस अभियान का शुभारंभ किया। @BhajanlalBjp @RajCMO @officialkharra @DcDmSikar @sikarchairmanJK @swachhbharat @RajGovOfficial #swachhbharat pic.twitter.com/ooa7EWCzXR
— FM SIKAR 89.6 (@FMSIKAR) January 26, 2025
89.6 एफएम सीकर के डायरेक्टर डॉ. अमित माथुर ने बताया कि यह मोबाइल वैन शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करेगी। उन्होंने कहा, “हम इस वैन के माध्यम से घर-घर जाकर स्वच्छता का संदेश देंगे, ताकि हर व्यक्ति इसमें भागीदारी निभा सके और सीकर को साफ-सुथरा बनाए रखने में योगदान कर सके।”
यह भी जरूर पढ़ें...
इस अभियान के तहत मारू राजकीय विद्यालय के छात्राओं द्वारा घर घर जाकर स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा। आरजे शान ने बताया कि एफएम सीकर की टीम और स्कूल के बच्चे मिलकर शहरवासियों को यह समझाएंगे कि सीकर को साफ और सुंदर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस मौके पर सीकर जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा, एसपी भुवन भूषण यादव, पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती, सीकर सांसद अमराराम, नगरपालिका कमिश्नर शशिकांत शर्मा, निवर्तमान सभापति जीवन खां, पत्रकार तेजप्रकाश सैनी, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल सिखवाल समेत कई सम्मानित लोग शामिल थे। इन सभी ने इस अभियान की सराहना की और इसके सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।
कचरे को अलग-अलग डिब्बों में डालें, पर्यावरण को बचाएं!
आपने अक्सर देखा होगा कि हमारे घरों और आसपास के इलाकों में अलग-अलग रंग के कचरे के डिब्बे होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन डिब्बों में कौन सा कचरा डालना चाहिए? कचरे को अलग-अलग डिब्बों में डालना बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमारे पर्यावरण को बचाने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि किस तरह के कचरे को किस रंग के डिब्बे में डालना चाहिए।
विभिन्न रंगों के डिब्बे और उनमें डाले जाने वाले कचरे
हरा डिब्बा:
क्या डालें: गीला कचरा जैसे सब्जियों और फलों के छिलके, चाय की पत्तियां, कॉफी के छिलके, अंडे के छिलके, खराब भोजन, रसोई का कचरा आदि।
क्यों: इस कचरे से खाद बनाई जा सकती है जो मिट्टी के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
नीला डिब्बा:
क्या डालें: सूखा कचरा जैसे कागज, कार्डबोर्ड, प्लास्टिक की बोतलें, धातु के डिब्बे, कांच आदि।
क्यों: इस कचरे को पुनर्चक्रित करके नई चीजें बनाई जा सकती हैं।
लाल डिब्बा:
क्या डालें: खतरनाक कचरा जैसे बैटरी, बल्ब, स्प्रे कैन, दवाइयां, रेजर ब्लेड, टूटे हुए कांच आदि।
क्यों: ये पदार्थ पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इन्हें अलग से निपटाया जाना चाहिए।
पीला डिब्बा या सफेद डिब्बा: (कुछ जगहों पर)
क्या डालें: निर्माण कार्य का कचरा जैसे ईंटें, टाइलें, प्लास्टर, लकड़ी के टुकड़े, धातु के स्क्रैप आदि।
क्यों: निर्माण कार्य का कचरा बड़ी मात्रा में होता है और इसे अलग से निपटाया जाना चाहिए।
क्लीन सीकर मूवमेंट में आप क्या करें?
क्लीन सीकर मूवमेंट के तहत हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी निभानी है, ताकि सीकर को स्वच्छ और हरित बनाया जा सके।
- घर के बाहर सफाई रखें: जितना साफ आप अपना घर रखते हैं, उतनी ही बाहर की सफाई का ध्यान रखें। घर के आसपास कचरा इधर-उधर न फेंके, केवल कूड़ेदान में ही कचरा डालें।
- कचरा फैलने से रोकें: दूसरों को भी कचरा इधर-उधर फैलाने से रोकें। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास की जगह को साफ रखें।
- सड़क पर कचरा न फेंके: जब भी आप सड़क पर चलें, तो कचरे को सड़क पर न फेंके। गाड़ी में से खाली रेपर, कागज आदि बाहर न फेंके।
- थूकने से बचें: खुले में थूकने से बचें, खासकर अगर आप पान या गुटका खाते हैं तो इसे बाहर थूकने से रोकें।
- कचरे का नियमित नष्टकरण करें: कचरा इकट्ठा न होने दें। नियमित रूप से कचरे को नष्ट करें, ताकि यह सड़कों और गलियों में न फैले।
- प्लास्टिक का प्रयोग न करें: प्लास्टिक की पॉलिथीन का उपयोग बंद करें और इसके स्थान पर कैरी बैग का इस्तेमाल करें।