PaapMochani ekadshi-पापमोचीनी एकादशी व्रत इस बार चैत्र महीने की एकादशी तिथि पर किया जा रहा है। हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व माना जाता है। इसके नाम से ही पता चल रहा है की इस एकादशी से आप के सारे पापों का नाश हो जायेगा। इस दिन अगर आप पूरे मन से व्रत करते हैं और भगवान से कामना करते हैं तो आपकी सारी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं और आप के जीवन में सभी कष्टों का निवारण हो सकता है। आइए जान लेते हैं की इस एकादशी के व्रत का शुभ मुहूर्त।
जानें शुभ मुहूर्त(PaapMochani ekadshi)
चैत्र महीने में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 4 अप्रैल को दोपहर में 4 बज कर 14 मिनट पर शुरू हो रहा है और अगले दिन 5 अप्रैल को दोपहर 1 बज कर 28 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी। यह व्रत 5 अप्रैल को ही मनाया जाएगा।
इस स्त्रोत का करें पाठ
अगर आप एकादशी (PaapMochani ekadshi) के दिन श्री हरी स्त्रोत का पाठ कर लेते हैं तो यह काफी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आप के जीवन के कष्टों का निवारण होने लगता है। एकादशी के दिन आप को सच्चे मन से व्रत करना चाहिए। इसके बाद आप को भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए और श्री हरी स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आप के जीवन की परेशानियां खत्म होती हैं। आपके जीवन में सुख समृद्धि आने लगती है। इस दिन दान पुण्य करने का भी विशेष महत्व होता है। अगर आप गरीबों को दान करते हैं तो भगवान की विशेष कृपा आप पर बनी रहती है।
आप चाहें तो हर एकादशी पर भी इस पाठ का जाप कर सकते हैं। ऐसा करने से आप के मन को भी शांति मिलती है और आप के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इससे आप की नेगेटिव ऊर्जा भी खत्म होती है।