Rajasthan News: राजस्थान में सर्दी के साथ बढ़ते प्रदूषण ने आबो हवा को खराब कर दिया है। जिसके चलते कई जिलों में एक्यूआई भी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। बीकानेर, खैरथल और करौली में AQI 300 के पार पहुंचा गया है। प्रदूषण का असर इतना हो चुका है कि खैरथल तिजारा में स्कूलों को बंद करना पड़ा है। कलेक्टर किशोर कुमार ने ये फैसला बच्चों की सुरक्षा के लिए लिया है, क्योंकि बढ़ता प्रदूषण उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा है। आदेश के अनुसार, खैरथल-तिजारा जिले के स्कूल 20 से 23 नवंबर तक छोटे बच्चों – कक्षा 1 से 5 तक के लिए बंद रहेंगे।
प्रदेश में सर्दी बढ़ती जा रही है। पूरे राज्य में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक और रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम हो रहा है। जयपुर मौसम विभाग ने बताया है कि ठंडी, शुष्क हवा चलती रहेगी जिससे तापमान और भी कम होगा और कोहरा भी कम होगा। इस मौसम के चलते प्रदूषण फैलने का खतरा बढ़ गया है, जिसके कारण बीकानेर, भिवाड़ी और करौली जैसे शहरों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है।
बीकानेर के खारा गांव में स्थिति बहुत चिंताजनक है, क्योंकि वहां प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) के कारखानों से निकलने वाले धुएं से हवा बहुत प्रदूषित हो गई है। मापने पर पाया गया कि यहां पार्टिकुलेट मैटर (पीएम-10) का स्तर सुरक्षित सीमा से बहुत अधिक है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है।
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस मामले पर ध्यान दिया है। बोर्ड ने कारखानों के मालिकों को नोटिस जारी किए हैं और मामले की जाँच शुरू कर दी है। पानी का छिड़काव करने जैसे कुछ उपाय किए गए हैं, लेकिन हवा की गुणवत्ता खराब ही बनी हुई है। इसके कारण बच्चों को स्कूल जाते समय मास्क पहनना पड़ रहा है और गांव के लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
इस गंभीर समस्या को देखते हुए, कलेक्टर किशोर कुमार ने प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों के बारे में पूरी रिपोर्ट मांगी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने पर विचार कर रहा है ताकि हवा की गुणवत्ता सुधर सके। यह उपाय क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण से निपटने की योजना का हिस्सा है, जिसमें चरण 4 ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) भी शामिल है। GRAP के तहत पानी का छिड़काव और स्मॉग गन का इस्तेमाल करके प्रदूषण के तत्काल प्रभावों को कम करने की कोशिश की जा रही है।