Utkarsh Coaching News: जयपुर के महेश नगर स्थित उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में रविवार शाम हुए गैस रिसाव से छात्रों की तबीयत बिगड़ने और बेहोश होने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। इस हादसे के बाद जहां ग्रेटर नगर निगम ने कोचिंग को सील कर दिया, वहीं छात्र और नेता इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए। कोचिंग प्रबंधन और प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं।
नगर निगम ने कोचिंग को किया सील
रविवार शाम महेश नगर स्थित उत्कर्ष कोचिंग की दूसरी मंजिल पर क्लास चल रही थी। इसी दौरान क्लास में एक अजीबोगरीब बदबू फैलने लगी, जिसके कारण 12 से अधिक छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। इनमें से 5 छात्राओं को तुरंत एसएमएस अस्पताल ले जाया गया, जबकि दो छात्रों का इलाज सीके बिड़ला अस्पताल में चल रहा है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह बदबू पास की सीवरेज लाइन से उठी थी।
#Jaipur में उत्कर्ष कोचिंग के छात्र छात्राओं के बेहोश होने के मामले में कोचिंग के बाहर चल रहा प्रदर्शन
नगर निगम के द्वारा अनिश्चितकाल के लिए कोचिंग सीज करने के दिए गए निर्देश ।#utkarshcoaching #jaipur #utkarshclasses #उत्कर्ष_कोचिंग #Sachinpilot @GreaterJaipur @SachinPilot pic.twitter.com/WoJesye1eO— Journalist Namita Sharma (@NamitaSharmaSV) December 16, 2024
सोमवार सुबह ग्रेटर नगर निगम की टीम ने कोचिंग को सील कर दिया और पानी के सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी। कोचिंग के बाहर बड़ी संख्या में छात्र एकत्रित हो गए और कोचिंग को दोबारा खोलने की मांग करने लगे। उनका कहना है कि कोचिंग बंद होने से उनके करियर पर असर पड़ेगा।
छात्रों और नेताओं का विरोध प्रदर्शन
घटना के बाद छात्र नेता निर्मल चौधरी समेत कई लोग कोचिंग के बाहर धरने पर बैठ गए। छात्र संघ के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने कोचिंग प्रबंधन और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यदि भगदड़ मच जाती, तो कई छात्रों की जान जा सकती थी।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन को दंगा नियंत्रण गाड़ी और रिजर्व फोर्स तैनात करनी पड़ी। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि यदि जांच लंबी खींचती है और कोचिंग लंबे समय तक बंद रहती है, तो परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।
गहलोत ने कहा- कोचिंग संस्थानों को कोचिंग हब में शिफ्ट करें
घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोचिंग संस्थानों को जयपुर के प्रतापनगर स्थित कोचिंग हब में शिफ्ट करने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कठोर दिशा-निर्देश लागू करने चाहिए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी घटना की निंदा करते हुए गहन जांच की मांग की और कहा कि सभी कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित होना चाहिए।
कोचिंग प्रबंधन पर उठे सवाल
नगर निगम की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि उत्कर्ष कोचिंग जरूरी दिशा-निर्देशों और नियमों का पालन नहीं कर रही थी। कोचिंग संचालक ने बिल्डिंग में ताले लगाकर नगर निगम की टीम को जांच से रोकने की कोशिश की। इससे कोचिंग माफिया पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।