Rajasthan Hailstorm Video: राजस्थान (Rajasthan Weather Forecast) में 28 फरवरी 2025 को मौसम ने अचानक करवट ली, जिसके कारण चूरू और बीकानेर जिलों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला शुरू हो गया। इस अप्रत्याशित मौसम परिवर्तन से राज्य के कई हिस्सों में रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के कारण खेतों में बर्फ की चादर बिछ गई, जिससे किसानों की गेहूं, सरसों, चना और ईसबगोल जैसी महत्वपूर्ण फसलें बर्बाद हो गईं।
ऐसे ओले नहीं देखे
— Arvind Chotia (@arvindchotia) March 1, 2025
ओलावृष्टि की ये तस्वीरें और वीडियो चूरू जिले के हैं। राजधानी के अखबारों तक ये तस्वीरें नहीं छप पाई हैं इसलिए सोशल मीडिया के साथियों से निवेदन है कि वे जमीनी हकीकत को सरकार तक पहुंचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। किसानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान के लिए… pic.twitter.com/mA6D5vCpss
चूरू, बीकानेर में भारी ओलावृष्टि (Churu Weather News)
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण यह मौसम परिवर्तन हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ एक तरह की मौसम प्रणाली है, जो मौसम में उतार-चढ़ाव लाती है। इस समय राजस्थान में यह विक्षोभ सक्रिय है। इसके चलते चूरू, बीकानेर और आसपास के क्षेत्रों में तेज आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बीकानेर के लूणकरणसर और चूरू जिले के सादुलपुर और रतनगढ़ तहसील के गांवों में बेर के आकार के ओले गिरे हैं। इन इलाकों में गेहूं, सरसों, चना और ईसबगोल जैसी फसलों को भारी नुकसान हुआ।
चूरू में शिमला जैसा नजारा (Churu Bikaner Ole ka Video)
चूरू जिले में विशेष रूप से तारानगर तहसील के गांव झाड़सर, भानीपुरा, रतनपुरा और बैरासर बड़ा में भी ओलावृष्टि देखी गई। इन इलाकों में बर्फ की चादर से पूरा दृश्य शिमला या कश्मीर के जैसे लगने लगा। ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, और कृषि क्षेत्र में नुकसान की भरपाई करना उनके लिए मुश्किल हो सकता है।
राजस्थान में कैसा रहेगा मौसम (Rajasthan Weather Forecast)
मौसम केंद्र के अनुसार, रविवार को भी राज्य के कई इलाकों में आंधी और बारिश का अनुमान है। जयपुर, भरतपुर और शेखावाटी इलाकों में भी बारिश की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में पहले ही तेज आंधी का असर दिख चुका था। बीकानेर, श्रीगंगानगर, सीकर, जयपुर, नागौर, जोधपुर, अजमेर, दौसा, भरतपुर, अलवर और झुंझुनूं जिलों में बादल छाए हुए हैं।
राजस्थान सरकार ने इन क्षेत्रों में फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बताया कि बीकानेर के लूणकरणसर क्षेत्र में ओलावृष्टि सबसे ज्यादा हुई है, और वहां के किसानों की मदद के लिए सर्वेक्षण कराया जाएगा। सरकार इस नुकसान की भरपाई के लिए उचित कदम उठाएगी।
वहीं, मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि 2 मार्च के बाद से राज्य में गर्मी का असर बढ़ने लगेगा। मार्च महीने में हीटवेव का खतरा बढ़ सकता है, जिससे राज्यवासियों को गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। इस साल गर्मी का मौसम अपेक्षाकृत जल्दी शुरू हो सकता है, जो सामान्य तौर पर मार्च के बाद शुरू होता था।
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