Diwali Laxmi Puja Muhurat: पूरा देश आज दीपावली के पर्व पर जगमगाती रोशनी और उत्साहपूर्ण उत्सवों से जगमगा रहा है। इस त्यौहार की खासियत यह है कि घरों को रोशनी और दीयों से सजाया जाता है। इस दीप्तिमान त्यौहार का एक मुख्य अनुष्ठान सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देवता की पूजा करना है। दिवाली पर आज शाम को लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त में किया जाएगा। यह एक पुरानी मान्यता है कि कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष की अमावस्या की रात को देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर विराजमान होती हैं और उन घरों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं जो साफ-सुथरे होते हैं और जहां पूजा और मंत्रोच्चार गूंजते हैं।
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दिवाली पर मां लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दिवाली पर लक्ष्मी पूजा शाम 5 बजे से शुरू होकर देर रात 3:27 बजे तक चलेगी। इस अवधि में कुल छह मुहूर्त होते हैं, जिसमें लक्ष्मी पूजन करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा। दीपावली पर शाम को समृद्धि देने वाले 4 राजयोग बन रहे हैं, जिसमें शश, कुलदीपक, शंख और लक्ष्मी योग शामिल है।
लक्ष्मी पूजन के मुहूर्त
- गृहस्थों के लिए
शाम 5:00 से 6:30 तक शाम 5:37 से 7:00 बजे तक शाम 7:15 से रात 8:45 तक - विद्यार्थियों के लिए
शाम 6:48 से रात 8:48 तक - व्यापारियों के लिए
शाम 7:15 से रात 8:45 तक रात 1:15 से 3:27 तक - किसानों के लिए
शाम 5:45 से 7:15 तक
लक्ष्मी पूजन का रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त-
- अमृत – सर्वोत्तम: शाम 05:36 से 07:13 तक
दिवाली पर मां लक्ष्मी पूजा विधि-
दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा के लिए सबसे पहले घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में एक साफ चौकी में लाल कपड़ा बिछाएं। मां लक्ष्मी भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें। लक्ष्मी-गणेश जी का गंगाजल से स्नान करें। अब मां लक्ष्मी व भगवान गणेश को कमल, गुलाब के फूल व इत्र आदि अर्पित करें। अब मां लक्ष्मी व भगवान गणेश के सामने सभी सामग्री को एक-एक करके अर्पित करें। इसके बाद देवी-देवताओं को तिलक करें व अक्षत लगाएं। अब विधि-विधान से पूजा करें। पूजा के बाद आरती उतारें। अंत में भूल चूक के लिए मांगी मांगे।
दिवाली पर इस मंत्र का करें जाप- लक्ष्मी जी का बीज मंत्र- ऊं हीं श्रीं लक्ष्मीभयो नम: